ऋषिकेष पुलिस को सफलता,गुमशदगी की आड़ में मर्डर का खुलासा किया।

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देहरादून: फाइनेंसर की हत्या के मामले ने पुलिस तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। ब्याज पर लिए पैसे न चुका पाने के कारण आरोपितों ने मिलकर फाइनेंसर की निर्मम हत्या कर दी थी। बाद में शव को जलाने का प्रयास किया।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एसएसपी डॉ. वाइएस रावत ने बताया कि शिकायतकर्ता रूपेश गुप्ता निवासी मायाकुण्ड ऋषिकेश ने कोतवाली ऋषिकेश में एक प्रार्थना पत्र दिया कि उनके पिता राजकुमार गुप्ता 15 जनवरी 2021 की दोपहर एक बजे रोजमर्रा की भांति घर से अपनी सुजुकी स्कूटी पर निकले थे, जो अभी तक वापस नहीं आये हैं। गुमशुदा की तलाश के लिए चार अलग-अलग टीमें गठित की गयी।


टीमों में से प्रथम टीम ने सर्विलांस के माध्यम से लगभग 100 से अधिक नम्बरों की काल डिटेल्स व डंप डाटा का विश्लेषण किया गया। दूसरी टीम ने घटना स्थल, निजी सस्थानो, दुकानों, घरों में लगे लगभग 55 सीसीटीवी कैमरो को चैक किया गया। एक सीसीटीवी फुटेज में गुमशुदा व्यक्ति 15 जनवरी को अपने घर से अपनी स्कूटी से अकेले मण्डी तिराहा होते हुए काले की ढाल से नंदू फार्म तक तथा नंदू फार्म से एक अन्य व्यक्ति के साथ सोमेश्वर नगर की तरफ जाता हुआ दिखाई दिया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा गुमशुदा के साथ जाते हुए दिखाई दे रहे अन्य व्यक्ति की तलाश के लिए आगे के रास्तों की सीसीटीवी फुटेजों को चैक किया गया। व्यक्ति की पहचान सुरेश चौधरी निवासी बापू ग्राम के रूप में हुई, जिस पर पुलिस टीम द्वारा सुरेश चौधरी की तलाश हेतु उसके निवास स्थान पर दबिश दी गयी, तो उसके घर पर दो अन्य व्यक्ति मौजूद मिले। जिन्हें पुलिस टीम पूछताछ के लिए थाने लाया गया, उक्त व्यक्तियो से सख्ती से पूछताछ करने पर उनके द्वारा गुमशुदा राजकुमार गुप्ता की हत्या कर शव को जनपद बिजनौर क्षेत्र के मण्डावर इलाके में जला देने की बात कुबूल की गयी। आरोपितों से प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस टीम द्वारा मण्डावर थाने से सम्पर्क करने पर ज्ञात हुआ कि दिनांक: 16 जनवरी को पुलिस को एक अधजला शव बरामद हुआ था, जिसकी शिनाख्त न होने के कारण 19 जनवरी को मण्डावर पुलिस द्वारा हिन्दू रीति रिवाज से उसका अन्तिम संस्कार कर दिया गया।
पुलिस टीम आरोपितों को 23 जनवरी को उनके बताये गये घटनास्थल पर ले जाया गया, जहां सम्बन्धित थाने से घटना से सम्बन्धित अभिलेख प्राप्त किए गये, जिन्हें शिकायतकर्ता ने अपने पिता राजकुमार गुप्ता से सम्बन्धित होना बताया गया। 23 जनवरी को पुलिस ने बिजनौर के इनामपुर गांव से तीनों को गिरफ्तार केर लिया। निशानदेही पर पुलिस टीम ने मृतक की स्कूटी बरामद की।
आरोपितों की पहचान सुरेश चौधरी निवासी ग्राम गुरदासपुर, थाना स्योहारा, जिला बिजनौर, वर्तमान पता: सुमनविहार, बापूग्राम आईडीपीएल, ऋषिकेश,
इन्द्रपाल सिंह उर्फ पप्पू निवासी ग्राम गुरदासपुर, थाना स्योहारा, जिला बिजनौर वर्तमान पता छाबरा फार्म, मंसा देवी श्यामपुर व राजकुमार निवासी शक्तिनगर, चक्कर रोड, कोतवाली शहर जिला बिजनौर के रूप में हुई।
पूछताछ में सुरेश ने बताया कि राजकुमार गुप्ता ब्याज पर रूपये देने का काम करता था। सुरेश ने दो साल पूर्व अपनी बेटी नेहा के विवाह के लिए छह लाख रूपये ब्याज पर लिये थे। राजकुमार गुप्ता पैसों के लिये लगातार दबाव बना रहा था। सुरेश ने बताया कि राजकुमार गुप्ता एक चरित्रहीन व्यक्ति था व उसकी पत्नी पर गलत निगाह थी। रास्ते से हटाने के लिए उसने हत्या की साजिश रची।