बंदी जबरन नही स्वैच्छिक है आपका निर्णय़।

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देहरादून राजधानी में कल से अगले तीन शनिवार को प्रस्तावित बंदी को लेकर न कोई सरकारी आदेश जिले न ही शासन स्तर से है। मार्केट में इसको लेकर अलग अलग भ्रांतियाँ जोरों पर है। दून उघोग व्यापार मंडल के बैनर तले संक्रमण की चेन तोडने के लिये ये प्रयास किया गया है। हलांकि राजधानी के ही दो अन्य व्यापारिक संगठनों ने इसका विरोध करते हुये औचित्य पर सवाल खडे किये है।

दून उघोग व्यापार मंडल ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुये कहा है कि देहरादून में लगातार कोरोना के केस बढ़ते जा रहे है और लगातार देहरादून में रोज बडी संख्या में केस आ रहे है। कई बाजार को सील कर दिया गया है और वहां का व्यापारी एवं नागरिक बहुत खौफ में हैं ऐसी कोई दुर्घटना मुख्य बाजारों में ना हो इस हेतु कल दिन शनिवार को सभी व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे। साथ ही नगर निगम के प्रस्तावित व्यापक अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।दून उद्योग व्यापार मंडल के संरक्षक अनिल गोयल ने बताया कि यह बंद पूरी तरह से व्यापारी की सुरक्षा, ग्राहक की सुरक्षा एवम् एवम् व्यापारियों के परिवार की सुरक्षा के लिए है। प्रेस वार्ता में उन्होंने बाजारों में चल रही सभी चर्चाओं पर पूर्ण विराम लगाते हुए यह कहा कि दून उद्योग व्यापार मंडल की सभी संबद्ध इकाइयां इस दो दिन के सेनेटाईजेशन अभियान में प्रशासन एवम् नगर निगम का पूर्ण सहयोग करेंगी।

क्या बोले व्यापारी बेकरी व्यापारियों का कहना है कि उनकी दुकान खुलने में बिक्री व निर्माण एक चेन है एक दिन की बंदी से चेन टूटने के साथ ही बहुत बडा नुकसान होना तय है। यही तर्क मिठाई विक्रेताओ के भी है ज्बकि पेट्रोल पंप ,दवा विक्रेता व डेयरी आवश्यक सेवाओ की श्रेणी में आते है।

नगर आयुक्त नगर निगम बोले नगर आयुक्त विनय शंकर पाांडेय ने नगर निगम के कल प्रस्तावित सेनेटाईजेशन अभियान पर बोलते हुये कहा। यदि बाजार बंद हुये तभी सेनेटाईजेशन होगा। खुली दुकानो में किसी भी कीमत पर सेनेटाईजेशन संभव नही है।