देहरादून उत्तराखंड़ में युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार बडे फैसले लेने से जरा भी हिचकती नही दिख रही है। उत्तराखंड में सबसे ज्यादा सुर्खियो में छाए पहाड की बेटी के हत्यारे के मामले में मुख्यमंत्री धामी ने देर रात एक और बडा फैसला लेते हुये सबको चौंका दिया है। पौडी जिले के यमकेश्वर निवासी और पांच दिन से लापता चल रही युवती अंकिता के हत्यारे के रिजार्ट पर धामी सरकार ने देर रात बुल्डोजर चलवाकर एक बडा संदेश दे दिया है। इस घटना के बाद लोगो में इतना ज्यादा आक्रोश है कि पुलिस की गाडी रोककर आरोपियों की जमकर धुनाई होने के साथ साथ वनंत्रा रिजार्ट पर हमला भी बोल दिया था। मुख्यमंत्री ने इस घटना के सामने आने के बाद से ही सख्त तेवरो में थे सूत्र बताते है कि मुख्यमत्री के निर्देशों पर प्रशासन ने इस रिजोर्ट पर बुल्डोजर चलाकर इसे ध्वस्त कर दिया है। मामले में लापरवाही बरतने पर पटवारी विवेक कुमार कडाखाल को भी सस्पेंड किया गया है
आपको बताते चलें कि लापता युवती अंकिता भंडारी की हत्या के आरोप में पुलिस ने पूर्व राज्यमंत्री के बेटे सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में तीनों आरोपियों ने विवाद के बाद अंकिता को चीला शक्ति नहर में धक्का देने की बात कबूली है। वहीं नहर में पानी बढ़ने के चलते एसडीआरएफ को युवती का कुछ पता नहीं चल पाया। इससे पहले आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए युवती के रिजॉर्ट से लापता होने की बात कहते हुए गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया कि 18 सिंतबर को वनंत्रा रिजार्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करने वाली पौड़ी गढ़वाल के नांदलस्यूं पट्टी के श्रीकोट गांव निवासी अंकिता भंडारी (19) संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गई थी। रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य ने युवती के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हरिद्वार के आर्यनगर के स्वदेशी फार्मेसी निवासी रिजार्ट संचालक पुलकित आर्य, ज्वालापुर के दयानंद नगरी निवासी मैनेजर अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता और ज्वालापुर के ही सूरजनगर निवासी मैनेजर सौरभ भाष्कर को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की। आरोपियों ने बताया कि वह तीनों अंकिता को लेकर बैराज तक आए थे।और विवाद होने पर अंकिता को बैराज में धक्का देकर मौत के घाट उतार दिया था।