रुड़की में एक्सीडेंट की घटना को गलत तरीके से पेश करने और अफवाहों ने माहौल ऐसा बिगाड की स्थिति बेकाबू हो गई अब तक 50 उत्पत्ति अरेस्ट हुए है जबकि कई पुलिस कर्मी भी चोटिल हुए है
-ट्रॉली की चपेट में आने से युवक की मौत के बाद विवाद इतना बढ़ गया कि ग्रामीणों ने पुलिस पर पत्थरबाजी कर दी। इसमें दो इंस्पेक्टर, एक दरोगा समेत पांच लोग घायल हो गए। उपद्रवियों ने एक बाइक को भी आग के हवाले कर दिया। बवाल बढ़ने पर पुलिस ने पहले तो आंसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन हालात नियंत्रण में न आने पर लाठीचार्ज किया। देर शाम गांव की 10 किलोमीटर की परिधि में धारा 144 लागू कर दी गई। देर रात जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की। पुलिस ने पथराव करने वाले करीब 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है।
हत्या का आरोप लगाकर पहले कोतवाली फिर गांव में हुआ बवाल
रुड़की के बेलड़ा गांव के लोगों ने युवक की हत्या का आरोप लगाकर सुबह कोतवाली का घेराव किया। वहां से हटे तो नगर निगम चौक में हंगामा किया। वहां से फिर गांव पहुंचे और गांव में आए पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया। इसके बाद गांव में देर शाम तक बवाल चलता रहा। गांव में तनाव के कारण बड़ी मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा। सुबह करीब आठ बजे युवक के परिजन और ग्रामीण सिविल लाइंस कोतवाली पहुंचे। उन्होंने गांव के ही कुछ लोगों पर लोहे के सरियों से हमला कर हत्या करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पंकज रात को जब गांव के पास पहुंचा तो डीजे बज रहा था। पंकज ने डीजे की आवाज कम करने की बात कही तो उक्त लोगों ने हमला किया था।
गांव के 10 किलोमीटर की परिधि में लगी धारा 144: एसएसपी
परिजन व ग्रामीण की युवक की हत्या करने की बात कह रहे थे। पुलिस ने जांच की तो ऐसा कुछ नहीं निकला। पुलिस सुबह से लेकर संयम बरतकर समझाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन शाम को गांव पहुंचने पर कुछ अराजक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने मुश्किल से मामला शांत कराया है। जांच में सामने आया है कि कुछ बाहरी लोग वाहनों से गांव आए थे, जिन्होंने माहौल खराब किया है। उन्हें चिह्नित किया जा रहा है। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी। साथ ही माहौल को देखते हुए गांव के 10 किलोमीटर की परिधि में धारा 144 लागू कर दी गई है। अब किसी ने माहौल खराब किया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। -अजय सिंह, एसएसपी