27 करोड की ठग कंपनी अरेस्ट

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बहुराष्ट्रीय कंपनी आरआईएल की शक्ल में फर्जीवाडा

देहरादून उधमसिंहनगर जिले की काशीपुर पुलिस को एक बडी सफलता मिली है। राज्य में ठगी की वारदात करने वाला ये अभी तक का सबसे बडा गैंग माना जा रहा है। रिलायंस जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनी के फर्जी लोगो व लेटरहैड का इस्तेमाल कर दून से लेकर बंगाल तक लोग ठगे गये। कुछ ठगी के शिकार हुए लोगों के नामों का भी खुलासा हुआ है।

फिल्मी अंदाज में प्रभावित कर होती थी ठगी

आरोपी लोगो को रिलायंस कम्पनी का वायरलैस सैट सिस्टम से केबल प्रसारण की डिस्ट्रिब्यूटर शिप का झांसा देते थे। ठगी की शिकार लोगो से कहा जाता था कि आप लोगो को एरिया वाईज डिस्ट्रीब्यूटर नियुक्त किया जाएगा जिनके द्वारा भविष्य में टी वी चैनलो का प्रसारन वायरलैस टेक्नोलोजी पर होना बताया गया इस लिए इनके द्वारा रिलायंस कम्पनी का लोगो (मार्क) रिलायंस के वाटर मार्क वाले पेपर व एक फर्जी आई कार्ड रिलायस कम्पनी का प्रयोग किया गया तथा आरआईएल मीडिया बाड कास्टिंग कम्पनी खोली गयी। अभियु गणों द्वारा पुराने जो केबल आपरेटरो को इस भविष्य की आगामी नई टेक्नोलोजी का लालच देकर कई एग्रीमेन्ट कराये गये तथा क्षेत्रवार पैसे निर्धारित करते हए एडवांस रकम ली जाती थी।

ऐसे हुए अरेस्ट मामले में दर्ज हुए मुकदमे के बाद बिना देर किये पुलिस ने आरोपियों को रडार पर लेना शुरु कर दिया। अश्वनी कुमार, निखिल गांधी, विवेक शर्मा, प्रशात संगल को पूछताछ हेतु थाने लाया गया । पूछताछ में विनोद राय पुत्र बलराम राय निवासी बी-304 ओमेगा 2 ग्रेटर नोएडा गाजियाबाद का नाम भी सामने आया। पूछताछ में यह जानकारी सामने आई। कि अश्वनी कुमार उ विनोद राय उपरोक्त को रिलायंस कम्पनी का सीईओ बताकर अपना बॉस होना बताया गया था। विनोद राय व अश्वनी कुमार द्वारा रिलायंस कंपनी की कैप लगाकर कई शोरूमों का उद्धघाटन (इनोगरेशन) किये गये वायरलेस सैट सिस्टम से केबल प्रसारण हेतु एक सैट-अप, टीवी रिलायंस कंपनी के आरआईएल मीडिया बाल कटिंग मार्क बताकर लोगो को लुभाया जाता था। छोटे छोटे शोरूमों का उद्घाटन (इनोगरेशन) अश्वनी कुमार द्वारा किये जाते थे इनके द्वारा रिलायंस कंपनी के नाम के प्रोडेक्ट की जानकारी देते हुए ग्राहको को गुमराह कर धोखाधड़ी कर षडयन्त्र के तहत कई अन्य लोगो से धोखाधड़ी कर पैसे हडपे गये है अश्वनी कुमार के पास में रिलायंस कंपनी के आई कार्ड के बारे में पूछने पर अश्वनी द्वारा बताया गया कि उक्त आई कार्ड मेरे बोस विनोद राय द्वारा दिया गया है जो कि फर्जी पाया गया ग बनाये गये हरे रंग के पेपर में रिलायंस कंपनी का वाटर मार्क की भी कूटरचना की गयी है जिसकी रिलायंस कम्पनी द्वारा कोई अनुमति नहीं दी गयी है इनके द्वारा ग्राहको से लिया गया पैसा प्रशांत संगल के खाते में डाला गया व पैसो का उसी खाते से अन्य खातो में भी जमा करने की जानकारी आ रही है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक ये रकम 27 करोड रूपये हो सकती है जिनसे ये ठगी की गई है।

गिरफ्तार आरोपी

1 अश्वनी कुमार पुत्र सुरेश चौबे निवासी ग्राम हरनिचक थाना बेउर जिला पटना बिहार।

 2 विनोद राय पुत्र बलराम राय निवासी बी-304 ओमेगा 2 ग्रेटर नोएडा गाजियाबाद ।

 3 प्रशात संगल पुत्र पुत्र नन्द कुमार संगल निवासी 94/7 पुष्प विहार थाना नेहरू कालोनी जनपद देहरादून।

बरामद सामन का विवरण 1- तीन अदद एग्रिमेन्ट भिन्न भिन्न व्यक्तियों के रिलायंस वाटर मार्क

2 एक अदद एप्पल मैक प्रो लैपटाप (अभी विनोद राय से) 3 110 ग्रीन रंग के पेपर (अभि0 अश्वनी कुमार से) दो अदद सैमसंग मोबाइल (अभी अश्वनी कुमार व विनोद राय से)

4 इलेक्ट्रानिंक डिवाइस

5- एक अदद फर्जी आई कार्ड रिलायंस कंपनी (अभी अश्वनी कुमार से)

6- एक अदद मैकबुक एयर लैपटाप (अभी अश्वनी कुमार से)

इनसे हुई ठगी

बंसल एसोसिएट ऋषिकेश 21 लाख

 2- आशीष शर्मा उर्फ टुल्ली हरिद्वार 56 लाख व एक मर्सडिज कार

3- अमित सैनी पंतजली हरिद्वार एक करोड पैतालिस लाख

4 अश्वनी अग्रवाल देहरादून एक करोड दस लाख

 5-बीस बीस लाख सहारनपुर निवासी से लिया गया 1 करोड

 6- विकास गुप्ता 21 लाख

7- मसूरी/ देहरादून शहर के चार पाच व्यक्तियों से 1 करोड 20 लाख 8 शक्ति अग्रवाल काशीपुर से 67 लाख 26 हजार रू0 व 10 लाख अन्य कल 77 लाख 26हजार रू०

9- बिहार से आरआईएल में 8 करोड़ रु०

10 झारखण्ड स01 करोड़ 11- कोलकाता टाउन व पश्चिम बंगाल से 10 करोड़ रु० है।