उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बेहद खराब अफसर नेता सिर्फ बयानबाजी में सीमित

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सांप से बच सकती थी, सिस्टम ने ‘डसा’ 

180 किमी का सफर कर परिजन नीमा को चार अस्पताल ले गए, हर जगह से की गई रेफर 

देहरादून  सांप के डंसने पर कांडा ~ (बागेश्वर) निवासी नीमा की हालत बिगड़ने लगी तो परिजन उसे एक अस्पताल से लेकर दूसरे अस्पताल तक भटकते रहे। चार अस्पताल और 180 किलोमीटर का सफर तय करने के बावजूद नीमा की जान नहीं बचाई जा सकी। ग्रामीणों का कहना है सांप ने नीमा को डसा लेकिन उसकी जान लेने के गुनहगार बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं हैं। बागेश्वर जिले के कांडा निवासी

नीमा देवी (35) बदहाल रविवार सुबह खेत में घास काटने गई थी। स्वास्थ्य परिजनों ने बताया कि खेत में नीमा को सांप ने काटा तो परिजन ग्रामीणों संग उसे कांडा अस्पताल ले गए यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे 25 किमी दूर बागेश्वर रेफर कर दिया गया। बागेश्वर से 75 किमी दूर अल्मोड़ा भेजा गया। यहां हालत

में सुधार नहीं होने पर डॉक्टरों ने कि उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया। परिजन उसे हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल  लेकर पहुंच गए

 सोमवार सुबह नीमा को एसटीएच में भर्ती कराया गया था और अगले दिन उपचार के दौरान उसकी जान चली गई। नीमा की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मेडिकल चौकी इंचार्ज हरिराम ने बताया कि पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है।