हल्द्वानी हिंसा से बड़ा आर्थिक नुकसान भी हुआ

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तीन दिन के कर्फ्यू में इंटरनेट ठप होने के कारण डिजिटल पेमेंट के साथ टैक्स इनवाइस और ई बिल का काम ठप हो गया है। आम लोगों को खरीद पर जहां नगद भुगतान करना पड़ा वहीं व्यापारियों का अधिकांश ई बिल पेमेंट भी नहीं हो सका। जीएसटी विभाग को भी तीन दिन में 25 से 30 करोड़ का राजस्व का नुकसान उठाना पड़ा है।

बृहस्पतिवार शाम को हुए उपद्रव के बाद से हल्द्वानी में संचार सुविधाएं बाजार समेत कई इलाकों में अभी भी ठप पड़ी हैं। रविवार को भी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहने और क्षेत्र में इंटरनेट बाधित रहने से व्यापारियों के ई बिल नहीं बन सके और सामान की आगे की सप्लाई बाधित रही। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 50 हजार से ऊपर बिल पर ई बिल बनता है। अकेले हल्द्वानी संभाग की बात करें तो यहां कारोबार से संबंधित हर रोज एक हजार वाहन चलते हैं पूरे महीने में करीब 300 करोड़ रुपये का राजस्व जमा होता है।

जीएसटी विभाग में रिटर्न फाइल की अंतिम तिथि हर महीने की 11 तारीख को होती है, जिसे भरने में समस्या आ रही है। रिटर्न फाइल नहीं भरने से अगला आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) खरीद और बिक्री करने वाले व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ेगा। इधर सहायक आयुक्त राज्यकर गौरव पंत ने बताया कि सामान्य दिन में हर रोज करीब एक हजार ई बिल बनते हैं। तीन दिन में करीब 25 करोड़ से अधिक का राजस्व जमा होता है।