मुख्य सचिव बोले शहीद स्थल से बिना सहमति छेडछाड नही होगी, जनभावनाओं का सम्मान होगा

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देहरादून राज्य आंदोलनकारियों की मांग पर आखिरकार मुख्य सचिव के सकारात्मक रवैये से आंदोलनकारियों में उम्मीद की किरण जगी है।जिला प्रशासन क़ी पहल के बाद आज  उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच ने शहीद स्मारक (स्मार्ट सिटी) के परिपेक्ष मे़ मुख्य सचिव से वार्ता हुई जिसमे मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा क़ि बिना राज्य आन्दोलनकारियों क़ी सहमति के बगैर कोई भी ऐसा कदम नही उठाया जाऐगा जिससे राज्य आन्दोलनकारियों क़ी भावना क़ो ठेस पहुँचे। मुख्य सचिव ने ऋषिकेश शहीद स्मारक क़ो बिना संज्ञान लिए क्षति पहुचाने पर अपने अधीनस्थ अधिकारियों से बात करने क़ा आश्वसन दिया।

इसके साथ हीं मुख्य सचिव ने तुरन्त जिलाधिकारी क़ो दूरभाष कर राज्य आंदोलनकारी मंच क़ी बात से अवगत कराया एवं तुरन्त वार्ता करने क़ो कहा। राज्य आंदोलनकारी मंच क़ा शिष्ट मण्डल उसके उपरान्त जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय पर वार्ता गय़ा , जिलाधिकारी द्वारा पुनः राज्य आन्दोलनकारियों क़ी शहीद स्मारक क़ो क्षति या शिफ्ट करने क़ी नाराजगी पर कहा क़ि हम राज्य आन्दोलनकारियों क़ी भावना क़ो भली भांति समझते है यह राज्य आप लोगो क़ी देन है औऱ इसे संवरना हमारा कर्तव्य है औऱ कोई भी ऐसा कदम नही उठाया जायेगा जिससे आपकी भावनाओ क़ो ठेस पहुँचे। जिलाधिकारी ने पुनः विश्वास दिलाया क़ि बिना राज्य आन्दोलनकारियों क़ी सहमति के कोई छेड़ छाड़ नही होंगी। आज पुनः महिला आयोग क़ी पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी ने कहा क़ि पहले पृथक राज्य आन्दोलन के लिए 08-अगस्त क़ो रामपाल व ध्यानी भूख हड़ताल पर बैठी थी औऱ अब पुनः हमारी अस्मिता क़ा प्रतीक शहीद स्मारक क़ो बचाने के लिए पुनः भूख हड़ताल पर बैठने क़ो तैयार है। जगमोहन सिंह नेगी व रवीन्द्र जुगरान ने कहा क़ि इस यह हमारी अस्मिता से जुड़ा स्थान है औऱ हम इसे नही टूटने देंगे बल्कि इस स्मारक क़ा दायरा बढ़ाया जाय औऱ मुख्य मार्ग से सीधे हरी घास के साथ प्रवेश द्वार बनाया जाय ताकि आमजन इस स्थान क़ो देख सके औऱ राज्य आन्दोलन क़ा इतिहास जाने ।प्रदीप कुकरेती ने कहा क़ि हमने तम्बू औऱ तख्त बचाने के लिए एक बड़ा लाठी चार्ज झेला है जिसमे पूर्व विधायक व संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष रहे स्वर्गीय रणजीत सिंह वर्मा जी के साथ कई राज्य आंदोलनकारी घायल हुए थे। प्रमिला रावत व सुरेश नेगी ने कहा क़ि हमने दिए जलाकर राते काटकर इस धरना स्थल पर लड़ाई लड़ी।  देर से पहुंची सुशीला बलूनी ने कहा क़ि यहां जो मर्जी बने परन्तु शहीद स्मारक पर किसी क़ो हाथ नही लगाने देंगे। राज्य आंदोलनकारी मंच अब शासन मे़ भी अपनी भावना से अवगत कराएंगे क़ि शहीद स्मारक पर तोड़ने के बजाय संरक्षण पर जोर दें। शहीद स्मारक पर वापस आकर अगामी 09-नवंबर क़ो सभी राज्य आंदोलनकारी स्थापना दिवस पर शहीदो क़ो श्रद्धांजली अर्पित कर उत्सव के साथ मनाएंग आज क़ी वार्ता मे़ मुख्यतः महिला आयोग क़ी पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी , राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी , पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष व पूर्व राज्य मंत्री रविन्द्र जुगरान , जिला अध्यक्ष  प्रदीप कुकरेती एवं उपाध्यक्ष सुरेश नेगी  मौजूद रहे