चमोली त्रासदी-ऋषिगंगा में बनी झील तक पहुंची एसडीआएफ।

ख़बर शेयर करें

देहरादून उत्तराखंड के चमोली जिले में आई आपदा के बाद ऋषिगंगा के मुहाने पर बनी झील का रहस्य जानने के लिए सरकार की मेहनत रंग लाई है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के निर्देशों व डीआईजी रिदिम अग्रवाल की मॉनिटरिंग में एसडीआरफ के कमांडेंडट नवनीत सिंह की टीम झील तक आखिरकार पहुंच गई है। आपदा के बाद बनी झील को लेकर सबसे ज्यादा चिंता थी।हलांकि राहत की बात ये भी है कि झील से स्वत ही पानी भी डिस्चार्ज हो रहा है। ऋषिगंगा के मुहाने पर बनी झील का रहस्य जानने को स्वय मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी निर्देश दिये थे। झील का अध्ययन करने को रवाना हुए दल में एसडीआरफ के अन्य एक्सपर्ट भी शामिल थे। है, उसमें 8 सदस्य थे।

इस अभियान को लीड कर रहे कमांडेंट एसडीआरफ नवनीत सिंह ने बताया कि 8 एक्सपर्ट टीम थे जिन्हें माउंट एवरेस्ट फतह करने का अनुभव है।करीब 15 घण्टे पैदल चलकर टीम झील तक पहुंची ।टीम ने झील से डिस्चार्ज हो रहे पानी के मुहाने को एक अपेक्स कुल्हाड़ी से काटकर और चौड़ा किया है।टीम ने कल रात झील से 3 किलोमीटर पहले कैम्प भी किया था।टीम आज सुबह करीब 2 बजे झील के पास पहुंची थी।चिंता जैसी बात नही है कृतिम झील से पानी की निकासी हो रही है।

जानकारी देते हुए एसडीआरफ अफसर नवनीत सिंह