देहरादून डीजीपी अशोक कुमार ने मातहतों को मिले बजट को सही व आवश्यकता अनुरूप खर्च करने की नसीहत देते हुए जिलेवार समीक्षा भी की है अशोक कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि वर्दी पर गर्व करें। अपने कार्य में परदर्शिता लाएं। हम सभी लोकसेवक हैं। हमें जनता को डिलीवरी देनी है इसलिए अपना व्यवहार सेवक वाला रखें, साहब वाला नहीं। जनता के लिए सुलभ (Approachable) एवं मिलनसार बनें। टीम भावना पर जोर दें। हमें प्रदत्त तीनों अधिकारों को सदुपयोग पीड़ितों, गरीबों, असहायों के हित में करें। यदि किसी भी पुलिसकर्मी द्वारा अपने इन अधिकारों का दुरुपयोग किया जाता है तो उसके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। पुलिस की छवि धूमिल करने वालों पर भी कार्यवाही होगी।*
1. सभी की जवाबदेही (Accountability) तय की जाएगी, चाहे वह किसी भी रैंक का हो। अच्छा कार्य करने के लिए पुरस्कार एवं कार्य में कोताही बरतने के लिए दण्ड का प्रावधान है। अपने कार्यक्षेत्र में अपराध नियंत्रण न कर पाने, कानून एवं शान्ति व्यवस्था कायम न रख पाने एवं पीड़ित की शिकायत न सुनने वालों पर कार्यवाही की जाए। उन्हें तत्काल हटाया जाए। 2. स्मार्ट पुलिसिंग के अन्तर्गत समस्त थानों के कार्यालयों को अपग्रेड किया जाएगा।3. पुलिसकर्मियों की सुविधा एवं कल्याण हेतु उनके बैरकों एवं सरकारी आवासों में सुधार कर उनका नवीनीकरण किया जाएगा।4. जनपदों में स्थापित कन्ट्रोल रूम को भी अपग्रेड किया जाएगा।5. प्रत्येक थाने में महिला कर्मियों एवं महिला आगन्तुकों हेतु अलग प्रसाधन की व्यवस्था की गयी है। यदि उनका उपयोग इनके अतिरिक्त किसी पुरूष कर्मी द्वारा किया जाता है, तो सम्बन्धित थानाध्यक्ष के विरूद्ध कार्यवाही अमल में लायी जाए।6. पुलिस मार्डन स्कूलों में शिक्षा के स्तर (Standard) को भी बढ़ाया जाएगा।7. पुलिस कर्मियों की फिटनेस बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा।8. पुलिस की छवि खराब करने वालों के वायरल वीडियो मासिक सम्मेलन में सभी पुलिसकर्मियों को दिखाए जाएं, जिससे उन्हें भी ऐसे गलत कार्य करने के परिणाम पता चले।9. सोशल मीडिया पर प्रसारित कानून एवं शान्ति व्यवस्था प्रभावित करने वाली फेक न्यूज का खण्डन करते हुए उनका समय से कान्उटर भी करवाया जाए और उसे प्रसारित करने वालों के विरूद्ध भी कार्यवाही की जाए।10. जो सीओ या एडिशनल एसपी फर्जी जांच कर लीपापोती करेंगे, उनके विरूद्ध भी कार्यवाही की जाएगी।