मज़ाक बने स्कूल बंदी के आदेश परिजन,स्कूल प्रबंधन परेशान

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देबरादून राजधानी दून में एक बार फिर से जिला प्रशासन के स्कूल बंदी के आदेशों के दिन मौसम साफ चटख धूप ही खिली रही। देर रात जारी स्कूल बंदी की सूचना कई स्कूल प्रबंधन व परिजनों तक नही पंहुच सकी। लिहाजा कई परिजन अपने अपने बच्चों को स्कूल लेकर पंहुच गये और अपनी फजीहत कराकर वापस लौटे। वहीं कई स्कूल प्रबंधन का स्टाफ भी पंहुच चुका था जिसे सूचना नही मिली लिहाजा वो स्कूल में ही रह गये। 
राजधानी दून में बीते शुक्रवार को जिला प्रशासन दारा घोषित अवकाश के दिन भी मौसम साफ रहा ज्बकि स्कूली बच्चे व परिजन बुरी तरह परेशान रहे। वहीं सोमवार का दिन भी जनता पर भारी बीता। वैसे सोशल मीडिया पर कल से ही मीम्स वायरल होने लगे थे कि कल यदि स्कूल बंद रखने के आदेश जारी हो गये इसका मतलब साफ रहेगा। ऐसा कोई अभी नही हो रहा है बीते करीब एक वर्ष ये सिलसिला बदस्तूर जारी है। जिला प्रशासन भी एहतियात के तौर पर निर्णय लेता ताकि किसी को कोई हानि नही पहुंच पाए लेकिन ये भी संयोग ही है कि आदेश स्कूलों व परिजनों तक समय से  पंहुचते नही और बारिश भी होती नही।राजधानी में जारी ये मिस मैनेजमेंट आखिर खत्म कब होगा ये सवाल है। कई परिजन कहते है कि हम बमुश्किल अपने सीमित संसाधनों में अपने सभी खर्चे रोककर बच्चों का एडमिशन कराते है और आये दिन ये छुट्टियों की घोषणा कराकर सिर्फ गरीब परिवारों का नुकसान हो रहा है।