जोशीमठ आपदा पहाड़ में रेल पहुंचाने के सपने को लग सकता है झटका

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ठिठकी पहाड़ों की रेल… अब पीपलकोटी तक ही जाएगी ट्रेनऋषिकेश। जोशीमठ में भू-धंसाव ने रेल विकास निगम लि. (आरवीएनएल) के कदम रोक दिए हैं। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के दूसरे चरण के लिए अब पीपलकोटी तक ही सर्वे किया जाएगा। भू- धंसाव के चलते आरवीएनएल की ओर से यह निर्णय लिया गया है। पहले यह सर्वे जोशीमठ तक किया जाना था।
रेल विकास निगम के परियोजना प्रबंधक अजीत यादव ने बताया कि परियोजना के पहले चरण में ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक काम होना है। दूसरे चरण के काम के लिए आरवीएनएल ने परियोजना का विस्तार करते हुए जोशीमठ तक सर्वे का निर्णय लिया था।
उन्होंने बताया कि कर्णप्रयाग से पीपलकोटी की दूरी 46 किलोमीटर है। यदि सर्वे के बाद रेल मंत्रालय की ओर से अनुमति मिल जाती है तो पीपलकोटी ऋषिकेश- कर्णप्रयाग ब्रॉडगेज रेल परियोजना का आखिरी स्टेशन होगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस कर्णप्रयाग से जोशीमठ की दूरी करीब 81 लाइन को चमोली और गोपेश्वर से भी जोड़ा किलोमीटर है। इसका सर्वे शुरू भी कर दिया जा सकता है। अभी तक कर्णप्रयाग से शैकोट तक करीब 12 किलोमीटर सर्वे किया भी जा चुका है, लेकिन जोशीमठ में बदली परिस्थितियों को देखते हुए पीपलकोटी तक ही परियोजना के सर्वे करने का निर्णय लिया गया है।