उत्तराखंड में भाजपा की चिंतन बैठक शुरू, गोपनीयता पर खास फोकस।

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भाजपा की तीन दिवसीय चिंतन शिविर रविवार से शुरू हो गया है। तीन दिन में विधानसभा का रोडमैप बनाने के साथ ही पार्टी की गतिविधियों में तेजी लाने के लिए कार्यक्रम तय किए जाएंगे। रविवार को ढिकुली के एक रिजॉर्ट में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने पत्रकार वार्ता में कहा कि तीन दिन में सात सत्र आयोजित होंगे। इन सत्रों में प्रदेश के राजनीतिक हालातों, विपक्षी दलों की स्थिति पर चर्चा के साथ ही चुनाव के लिए रोडमैप बनाया जाएगा। संगठन में तेजी लाने के साथ ही सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए रणनीति तय की जाएगी।


उन्होंने कहा कि हर सत्र सवा घंटे का होगा। एक सत्र में बैठक में अपनी बात कहने का सभी को मौका भी दिया जाएगा। बैठक में आने वाले सुझावों और चर्चा के साथ फाइनल कार्यक्रम तय किए जाएंगे।
पार्टी में हो रही बयानबाजी पर भी होगी चर्चा चिंतन बैठक में तमाम मुद्दों के साथ ही पार्टी में एक दूसरे के खिलाफ चल रही जुबानी जंग पर भी चर्चा होगी। इसे लेकर पार्टी गंभीर है। बीते कुछ दिनों में नेताओं के आपसी द्वंद्व पर पार्टी को भी असहज होना पड़ा है। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं को जल्द दायित्व देने पर भी विचार होगा। प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने बताया कि पार्टी नेताओं को कहा गया है कि बयानबाजी को लेकर संयम बरतें और सोच समझकर बयानबाजी करें। दायित्वधारियों के संबंध में मुख्यमंत्री एक हफ्ते में निर्णय लेने की बात कह चुके हैं। 

रिजार्ट में अकेले ठहरेंगे आमंत्रित लोग

रुद्रपुर। चिंतन बैठक में प्रतिभाग करने आने वाले पदाधिकारी, मंत्रियों के लिए आयोजन स्थल बनाए गए रिजॉर्ट में ठहरने की व्यवस्था की गई है लेकिन कमरे में सिवाय आमंत्रित सदस्य के अलावा किसी को रहने की इजाजत नहीं है। रविवार को पदाधिकारी, मंत्रियों के साथ आए गनर, पीए और सहयोगी आवंटित कमरे में सामान छोड़कर चले गए। संगठन की ओर से सभी को हिदायत दी गई है कि चिंतन बैठक में कोई अवरोध न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाए। 
स्थानीय कार्यकर्ताओं को आयोजन स्थल में आने की अनुमति नहींरामनगर। चिंतन बैठक में अनावश्यक भीड़ न हो, इसका भी पार्टी की ओर से ख्याल रखा गया है। जिन कार्यकर्ताओं के पास बैठक की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी थी उन्हीं को पास जारी किए गए थे। विधायकों को बैठक में नहीं बुलाया गया था। काशीपुर विधायक हरभजन सिंह चीमा भी आयोजन स्थल में पहुंचे थे और लंबा इंतजार करने के बाद मुख्यमंत्री से मिलकर लौट गए थे। रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट भी आयोजन स्थल में कुछ समय के लिए पहुंचे थे।