देहरादून – मेट्रो से लेकर नए निकायों पर सरकार का फ़ोकस

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देहरादून सचिवालय में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में जिला विकास प्राधिकरण की समीक्षा बैठक हुई। इस दौरान शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक भी बैठक में मौजूद रहे। वहीं बैठक की जानकारी देते हुए मदन कौशिक ने बताया कि सबसे पहले मेट्रो की समीक्षा की गई है। जिसमें हरिद्वार में हर की पौड़ी के पास से चंडी देवी के लिए रोपवे निर्माण को हरी झंडी दे दी गई है। वहीं दूसरी ओर नीलकंठ और ऋषिकेश के बीच में रोपवे निर्माण कार्य के लिए पूरा प्लान तैयार करने के निर्देश दे दिए गए हैं।

प्रदेश के शहरी विकास, आवास, राजीव गाँधी शहरी आवास, जनगणना, पुनर्गठन एवं निर्वाचन मंत्री मदन कौशिक ने सचिवालय स्थित सभा कक्ष में विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य में रोपवे, और मैट्रो विषय पर शीध्र कार्यवाही की जायेगी। उन्हाने कहा कि हरिद्वार में हर की पैडी के पास से चण्डी देवी तक रोपवे के निर्माण कार्य की स्वीकृति प्रदान कर दिया गया है। इस कार्य के लिए शीध्र टेण्डर प्रक्रिया के लिए निर्देश दिये गये है तथा उक्त कार्य को समय से पूर्ण कराये जाने हेतु अधिकारियो को निर्देशित किया गया है। नीलकंठ और ऋषिकेश के बीच तीन स्थानों, रेलवे स्टेशन, रोडवेज तथा त्रिवेणी घाट के लिए रोपवे के निर्माण हेतु हेतु प्लान तैयार करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये गये। देहरादून में मेट्रो के लिए भारत सरकार से वार्ता के लिए पुनः बैठक की जायेगी।

इसके साथ ही उन्होने नगर निकाय विस्तार के सम्बन्ध में भी विभागीय अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें ऋषिकेश में कुछ सीमा विस्तार तथा श्रीनगर को नगर निगम बनाये जाने एवं हरिद्वार जनपद में भगवानपुर सीमा विस्तार, इमलीखेडा, रामपुर, पाडलीगुर्जर, ढण्डेरा को नये निकाय के रूप में विकासित करना है। इसके अतिरिक्त उघमसिहनगर में लालपुर, सिरोरीकला, नगला बागेश्वर में गरूड और पौडी में थलीसैण्ड सहित कुल 13 निकायो के विस्तार पर चर्चा की गई। इस बैठक में सम्बन्धित जिलाधिकारियो को वीडियो क्रन्फे्रसिंग के माध्यम से जोडा गया था। जिलाअधिकारियों को निर्देशित किया गया कि इस सम्बन्ध में एक सप्ताह के अन्दर अपनी रिपोर्ट उपलब्ध कराये।

इस अवसर पर, सचिव आवास शैलेश बगौली, जिलाधिकारी हरिद्वार, रविशंकर, अपर सचिव, हरिश चन्द्र सेमवाल इत्यादि उच्चाधिकारी मौजूद थे।