सरकार का प्रयास बच्चो के लिए हुआ वरदान साबित

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कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग, उत्तराखण्ड के अन्तर्गत नवसृर्जित विदेश रोजगार प्रकोष्ठ, सहसपुर द्वारा संचालित मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना (10 मई, 2023 को योजना लांच हुई थी) के तहत अति अल्प समय में भारत-जापान तकनीकी इन्टर्न कार्यक्रम के अन्तर्गत जापान में कियर गिवर जॉब रोल हेतु शैक्षिक योग्यता- एएनएम, योग में स्नातक तथा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अन्तर्गत जनरल ड्यूटी असिस्टेंट आदि में उतीर्ण 33 इच्छुक अभ्यर्थियों को इम्प्टीमेंटिग पाटर्नर नेविस एच आर के सहयोग से स्किल हब सहसपुर में जापानी भाषा का लगभग 3 माह का प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें से 15 अभ्यर्थियों द्वारा जापानी एजेंसी द्वारा ली जाने वाली नेट-4 दक्षता परीक्षा उतीर्ण कर ली गयी है। उक्त अभ्यर्थियों में से 02 अभ्यर्थियों को जापान के चीबा प्रान्त में नियोजक से जॉब इंटरव्यू के बाद प्रति माह 200000 येन (जापानी मुद्रा) का जॉब कांट्रेट 3 वर्ष के लिए प्राप्त हुआ है। उक्त अभ्यर्थियों का फरवरी, 2024 में जापान जाना प्रस्तावित है। शेष अभ्यर्थियों के जॉब इंटरव्यू जनवरी, 2024 में होने प्रस्तावित हैं।

वर्तमान में विदेश रोजगार प्रकोष्ठ द्वारा जर्मनी एवं इग्लैंड में रजिस्टर्ड नर्स हेतु उपलब्ध रिक्तियों के लिए मोबलाइजेशन कार्यक्रम गतिमान है। अधिक जानकारी के लिए हमें सम्पर्क कर सकते हैं-

आप सभी को मेरा प्रणाम, मैं प्रियंका पुत्री श्री उज्जवल सिंह और रोशनी देवी, ग्राम व पोस्ट ऐंठी, थलीसैंण, पौडी गढ़वाल की रहने वाली हूँ। मैं एक निम्न मध्यम वर्गीय परिवार से आती हूँ। मेरे माता-पिता खेती-बाड़ी करते हैं।

मैंने 8वीं तक उच्चतम माध्यमित विद्यालय ऐंठी में पढ़ा है। 9th & 10th कक्षा, सरस्वती विद्या मंदिर से हाई स्कूल थलीसैंण से तथा 11th & 12th इण्टर कॉलेज थलीसैंण से पास किया है। मैंने अपना 12th में किया है तथा उसी वर्ष मैंने ANM व B.Sc Nursing के आवेदन पत्र भरे थे और मैंने ANM में सफलातापूर्वक सरकारी कॉलेज (स्टेट स्कूल ऑफ नर्सिंग) में दाखिला भी लिया। वर्ष 2021-2023 फरवरी में ANM Diploma पूरा कर लिया था। इसी वर्ष विदेश रोजगार प्रकोष्ठ, कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना के अन्तर्गत जापान में कियरगिवर जॉब रोल हेतु सूचना अपने कॉलेज और Newspaper के द्वारा मिली की हम care worker के रूप में जापान में काम कर सकते हैं।

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तो एक मध्यम वर्गीय परिवार से होना ओर विदेश जाकर काम करने की अवसर मिलना एक बहुत बड़ी बात है। मैंने कभी सोचा नहीं था कि मुझे भी एक ऐसा अवसर मिलेगा।

इस Program के तहत मैंने पहले test एवं Interview दिया, फिर मेरा चयन Japanese language classes के लिये हुआ जो कि 03 महीने तक चली। 15 अक्टूबर 2023 को हमारा NAT-4 Exam हुआ। इस Program में हम 33 बच्चे थे। Exam के 10-15 दिन बाद Result भी आ गया और मैंने Exam भी पास कर लिया। Exam के बाद जापान में नियोजक से आनलाइन Interview हुआ जो कि वो भी सफलतापूर्वक हुआ और अभी मैं और मेरी सहपाठी कल्पना Bangalore में N3 Level की पढ़ाई कर रहे हैं और हम दोनों फरवरी, 2024 में जापान जायेंगे। हमारे साथ के बाकी बच्चों का Interview अब 16 Jan, 2024 को होगा। उम्मीद है, सब अच्छा होगा।

मैं, उत्तराखण्ड सरकार का धन्यवाद करती हूँ जिन्होंने ये Program संचालित किया और हम लोगों के लिये विदेश में कार्य करने का एक मार्ग बनाया।

मेरा परिवार मसूरी में रहता है।

बचपन से ही जब भी मैं कभी Hospital या Clinic जाया करती थी तो मुझे लगता था कि बड़ी होकर मैं भी इसी पेशे में ही जांऊगी और Medical Line ही Join करूंगी, जोकि मैंने किया भी। मैंने state school of Nursing देहरादून से ANM की पढ़ाई पूरी की है। पर यह बात मुझे बिल्कुल बचपन से पता थी कि बड़े होकर मैं ये…..ये करूंगी। पर अब बात आती है उस चीज या यू कहूँ कि मेरी जिंदगी में आये एक Life changing circatic change की जिसकी कुछ महीनों पहले मुझे पता भी नहीं था कि आगे जाकर ऐसा भी कुछ होने वाला है। I mean to say एक Nursing Student जिसने कि कभी अपने राज्य से भी बाहर जाकर जॉब करने की नहीं सोची, वह Student अब जापान जाकर वहाँ के एक Hospital में Job करने जा रही है। और यह सब Possible हो पाया है Hardwork, dedication और मेरी Family support से। सबसे पहले मुझे अपने कालेज के

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द्वारा समाचार पत्र में आये एक Artical के द्वारा पता चला कि ऐसा भी कोई Program हो रहा है जिसमें राज्य सरकार द्वारा Nursing Students को विदेश भेजा जा रहा है इस बात का सीधा यकीन तो नहीं हुआ पर उसके बाद कॉलेज में मीटिंग हुई जिससे काफी कुछ जो संदेह थे वह साफ हो गये। Internet पर Search किया। teachers से consult किया। फिर यकीन हुआ कि Fraud नहीं है खैर……

इसके बाद Selection भी हो गया। सब कुछ इतनी जल्दी हुआ जैसे कि मेरी Destiny में यह सब

लिखा हुआ है। चयन के बाद हमें Sahaspur Skill Hub Training Centre में 04 Month की जापानी भाषा एवं संस्कृति की Training दी गयी। जिस दौरान पता चला कि जितना आसान ये सब लग रहा था Actual में उतना है नहीं। प्रातः 9 बजे से शाम को 6 बजे तक क्लास और उसके बाद एक्ट्राक्लास, तथा रात-रात तक पढ़ाई। यह तो हमारा Daily routine ही बन गया था। क्योंकि 3-4 माह मैं Japanese Language के N5 और N4 Level clear करने का जितना Pressure हम पर था, उससे ज्यादा हमारे Japanese teachers पर था जिन्हें इतने कम Time Period हमें सिखाना था। इसी बीच कई सारी समस्याएं आयी। घर वालों से कई-कई दिनों तक बात नहीं हो पाती थीं। घर वालों को भी काफी लोगों ने आकर बोला कि अरे इतनी दूर कहाँ भेज रहे हो अपनी लड़की को और तो और ये भी बोला गया कि जो जापान जाता है वो कभी वापस नहीं आता मतलब इस Level की Senseless बातें कोई कैसे कर सकता है। पर मेरे घरवालों ने हमेशा मेरा support किया और मेरा साथ दिया।

मैंने आज तक जो भी हासिल किया, आगे या पीछे जो भी हासिल करूंगी उसके पीछे हमेशा मेरे Father का Support होता है जो हमेशा मेरा साथ देते हैं।

अन्त में, मैं यही कहना चाहती हूँ कि अगर मैं कर सकती हूँ तो आप भी कर सकते हैं। यदि आप में

dedication है तो जरूरत है तो सिर्फ आपके एक कदम आगे आने की। दूसरा कदम Destiny खुद आपके लिये ले लेगी। मैं विदेश रोजगार प्रकोष्ठ, सहसपुर एवं जापानी प्रशिक्षकों को धन्यवाद देती हूँ।