झोटा बिरयानी से लेकर लोकसभा टिकट की मांग तक आक्रामक रहे पूर्व विधायक संजय गुप्ता की भी आज चुप्पी टूटी

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झोटा बिरयानी से लेकर लोकसभा टिकट की मांग तक आक्रामक रहे पूर्व विधायक संजय गुप्ता की भी आज चुप्पी टूटी
आज लक्सर और हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा में आयोजित त्रिवेंद्र रावत की सभाओं में खुलकर दिखा पार्टी का अनुशासन!!!
गौर तलब है कि चाल,चरित्र और चेहरे एवं अनुशासन का दंभ दिखाने वाली पार्टी का अनुशासन अब दिखने लगा है त्रिवेंद्र सिंह रावत के प्रत्याशी घोषित होने के एक सप्ताह बाद आज लक्सर के पूर्व विधायक संजय गुप्ता जहां लक्सर में बीजेपी जिंदाबाद त्रिवेंद्र सिंह रावत जिंदाबाद के नारे लगाते दिखे वहीं हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा में पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद भी त्रिवेंद्र चालीसा पढ़ने नजर आए बात उस समय की है लगभग 4 वर्ष पूर्व जब त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री हुआ करते थे तब तत्कालीन विधायक संजय गुप्ता ने लक्सर के वर्तमान विधायक शहजाद के यहां आयोजित विवाह समारोह में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर जमकर प्रहार किया था और “झोटा बिरयानी की पार्टी में गए त्रिवेन्द्र” जैसा विवादित बयान देकर प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया था तब से लेकर अब तक संजय गुप्ता यदा कदा त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ दिखे लेकिन आज लक्सर में जिस प्रकार से उन्होंने आयोजित सभा में खुलकर अपनी चुप्पी तोड़ी और मोदी और पुष्कर धामी के सहारे त्रिवेंद्र सिंह रावत की भी नैया पार लगाने की अपील लक्सर की जनता से की उसे पार्टी के अनुशासन का चाबुक और मोदी और अमित शाह के प्रति त्रिवेंद्र सिंह रावत पर किए गए विश्वास से जोड़कर देखा जा रहा है वही कल संघ की ओर से भी हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा के एक बैंकट हॉल में पूरे जनपद के सभी जिम्मेदार पदाधिकारियो की बैठक की गई जिसमें संघ के प्रांत प्रचारक द्वारा अनुशासन का पाठ भी पढ़ाया गया
लक्सर में आयोजित स्वागत समारोह में भी गुटबाजी खुलकर दिखाई दी जहां एक ओर कुछ कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव कार्यालय पर एकत्रित हो स्वागत कर रहे थे वहीं जनपद के एक कद्दावर नेता और विधायक से जुड़े हुए लोग एक डिग्री कॉलेज बड़ी संख्या में एकत्र होकर त्रिवेंद्र सिंह रावत का स्वागत कर रहे थे इस कार्यक्रम में लक्सर और खानपुर के ब्लॉक प्रमुख की उपस्थिति भी चर्चा का विषय बनी रही
वहीं वर्तमान सांसद निशंक से जुड़े लोग भी अब धीरे-धीरे कार्यक्रमों में जाने लगे हैं हालांकि हरिद्वार और रुड़की में जिलाध्यक्ष समेत लगभग पूरे संगठन पर निशंक की छाप दिखाई देती है और चुनावी जिम्मेदारियां भी लोकसभा संयोजक,विधानसभा संयोजक और विधानसभा प्रभारी भी निशंक के विश्वासपात्र लोग ही है लेकिन कल हरिद्वार में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में लोकसभा प्रभारी कुलदीप कुमार की ओर से हर विधानसभा में जो एक-एक से सह संयोजक एवं लोकसभा के तीन सह–संयोजक की घोषणा की गई है उससे जनपद की राजनीति के समीकरण बदलने के आसार दिख रहे हैं अब देखना यह है कि निशंक के प्रभाव वाले हरिद्वार को आने वाले दिनों में किस प्रकार का परिदृश्य देखने को मिलेगा यह तो समय ही बताएगा