देहरादून राजधानी के कप्तान दलीप सिंह कुंवर जहा बड़े बड़े अपराधियो भू माफियाओं पर काल बनकर टूट रहे है वही बुजुर्ग जनो से लेकर निराश्रित जरूरतमंदों की मदद को भी सदैव सबसे आगे दिखते है ये बात अलग हैं की उन्हें हटवाने के लिए उनके विभाग के ही कुछ अधिकारी सक्रिय रहते है।
लखनऊ के एक रिटायर्ड अधिकारी ने अपनी 85 वर्षीय बहन के साथ बेटे के द्वारा ही किए जा रहे अत्याचार के बारे में जब एसएसपी देहरादून दलीप सिंह कुँवर को फोन पर बताया तो वहा खुद ही बुजुर्ग अम्मा का हाल चाल जानने के लिए उनके घर जा पहुंचे, इतना ही नही अत्याचार करने वाले बेटे राजेश से मुक्ति दिला दूसरे बेटे हरीश के साथ सुमंगलादेवी को भेज दिया जहां सुमंगलादेवी अपने बेटे हरीश और बेटी सीमा के साथ बेहद खुश हैं और एसएसपी के सर पर हाँथ रख कर आशीर्वाद देते हुए आभार व्यक्त किया है।
वही डीआईजी दलीप सिंह कुँवर ने बुजर्ग महिला से कहा कि मैं आपका बेटा हूं और जब आपको मेरी जरूरत महसूस हो तो आप मुझे फोन करना, मैं फिर आपसे मिलने आऊंगा इसके साथ ही ल डालनवाला इंस्पेक्टर को भी 85 वर्षीय सुमंगलादेवी का समय समय पर हाल चाल और देख रेख करने की जिम्मेदारी सौंपी है एसएसपी दलीप सिंह कुँवर का ये कोई पहला किस्सा नही है इससे पहले भी कई बार वो इसी तरह सीनियर सिटीजन बुजुर्गों के घर अनाथ असहाय बच्चों की मदद के लिए आश्रम में भी अपनी पत्नी के साथ कई जगह पहुँच जाते है ऐसे कई अनसुने अनदेखे किस्से भी है