उत्तराखंड आबकारी महकमे में तैनाती से पहले गम्भीर आरोप शासन में शिकायत

ख़बर शेयर करें

आबकारी विभाग में कविषय अधिकारी श्रेणी के डिप्टी कमिश्नर के पद का कर रहे है. प्रदेश में पहला विभाग है जो पदोन्नति का परित्याग कर प्रदेश में जिला आबकारी अधिकारी के पद पर बने रहना चाहते हैं। उनके पीछे उनकी मंशा स्पष्ट दृष्टिगोचर होती है पद के परित्याग करने पर उनको अनुशासनात्मक कार्यवाही किये जाने का प्रावधान है परन्तु उनको जिले का चार्ज दिये जाने की तैयारी है जो कि प्रदेश में अष्टाचार को बढावा को बढावा दिये जाने का पर्याय हैजिम्मेदार अधिकारियों पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं किया जाना प्रदेश में
नौकरशाही की ईमानदारी पर प्रश्न चिन्ह लगाता है।
3- आबकारी विभाग में कतिपय चाटुकारिता करने वाले अधिकारियों के कारण विभाग निरन्तर विभाग रसातल की ओर जा रहा है उच्च स्तरीय अधिकारी भी इनकी चाटुकारिता के कायल है तथा अपने चहेते अधिकारी एवं मनपसंद अधिकारी को विभिन्न आरोपों से बरी कर ले जाते हैं।
महोदय प्रदेश की विडम्बना कहे कि इस प्रकार के अधिकारी पर लगाम लगाने के लिए कोई प्रयास नहीं किये जाते है तथा प्रदेश सरकार भी इस प्रकार के अधिकारियों पर किसी प्रकार का अंकुश लगाने में विफल है ।
अन्त में प्रदेश सुराज सेवा दल महोदय से निवेदन करता है कि विभाग में इस तरह से कुण्डली मारकर एक स्थान पर बैठे अधिकारियों को तुरन्त स्थानान्तररित कर तथा उक्त विन्दुओं पर त्वरित कार्यवाही कर विभाग को भ्रष्टाचार से उन्मुक्त किये जाने एवं इस प्रकार के अधिकारियों को चिन्हित कर लगाम लगाने की विनम्र प्रार्थना करता है ।
वर्ष 2018-19 में प्रदेश स्तर पर आबकारी नीति में प्रावधान होने के बाद भी दुकानको दैनिक आधार पर नहीं चलाया गया जिससे करोडों रूपये की राजस्व हानि फोम्बन्ध में जिम्मेदार अधिकारियों के विषय में जाँच की जासदनांक दैनिक आधार पर दुकान न चलाये जाने एवं करोडों रूपये की हानि के सम्बन्ध में आडिट आपत्ति भी लग चुकी है परन्तु उत्तराखड सरकार इस प्रकार की अनियमितताओं पर कोई कार्यवाही नहीं कर रही है ।
अन्त में सुराज सेवा दल सरकार से माँग करता है कि उक्त पर कार्यवाही कर जल्दी ही इस प्रकार के भ्रष्टाचारों पर त्वरित अंकुश लगाया जाय यदि इन पर उचित कार्यवाही नहीं की जाती है तो प्रदेश स्तर पर हस्ताक्षर अभियान चलाकर आन्दोलन करने के लिए बाध्य होगा ।