टीबी उन्मूलन की अहम कार्यशाला का हुआ आयोजन ।

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देहरादून जिला क्षय नियन्त्रण सीमित, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, उत्तराखण्ड सरकार एवं जीत कार्यक्रम के संयुक्त तत्वाधान में निजी चिकित्सकों की टीबी उन्मूलन हेतु कार्यशाला का आयोजन होटल पर्ल एव्यून, रिंग रोड देहरादून में किया गया। 


कार्यशाला का उद्घाटन डाॅ0 अनूप डिमरी मुख्य चिकित्सक अधिकारी, देहरादून, डाॅ0 मंयक बडोला, राज्य क्षय नियन्त्रण अधिकारी, डाॅ0 अमित सिंह, अघ्यक्ष आई0एम0 इण्डियन मेडिकल एसोसिऐशन द्वारा दीप प्रज्ज्वलन करके किया गया। इसके पश्चात् डाॅ0 मंयक बडोला, राज्य क्षय नियंत्रक अधिकारी द्वारा राज्य में चल रहे राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के बारे में विस्तार पूर्वक बताया तथा निजी चिकित्सकों सक्रिया सहभागिता बढ़ाने पर जोर दिया, डाॅ0 बडोला ने कहा कि निजी चिकित्सक जब भी किसी मरीज का इलाज किया जा रहा है तो इसका निक्षय एन्ट्री आवश्यक कराये और इलाज पूरा होने पर मरीज का आउट कम भी जरूर डाले जिससे मरीज की वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो सके साथ ही यह भी सुनिश्चित कर ले प्रत्येक टीबी के मरीज की एच0आई0वी0 तथा शुगर की जाॅच आवश्यक रूप करवाली जाये। इसके उपरान्त मुख्य चिकित्सक अधिकारी डाॅ अनूप डिमरी द्वारा जनपद देहरादून में सर्व अधिक टीबी नोटिफिकेशन करने हेतु डाॅ0 संजय सरीन सम्मनित किया गया। डाॅ डिमरी द्वारा बताया गया वर्ष 2024 तक प्रदेश में टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिये निजी चिकित्सकों अधिकारियों की सहभागित बहुत आवश्यक हो जाती है। इसलिये जब भी कोई निजी चिकित्सक टीबी मरीजों का इलाज या जाॅच कर रहा तो उसका नोटिफिकेशन अधिक आवश्यक और यह भारत सरकार के निर्देशानुसार कानून आवश्यक भी है। धन्यवाद ज्ञापन देते हुये डाॅ0 रचित नेगी, स्टेट लीड द्वारा जीत कार्यक्रम के अन्तर्गत निजी चिकित्सकों टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में सक्रिय गत 3 वर्षों से क्षेत्र में कार्य कर रहा है। कार्यक्रम में डा0 वागेश काला, मुख्य चिकित्सक अधीक्षक कोटद्वार अस्पताल, डाॅ सुधार पाण्डेय, जिला क्षय नियन्त्रण अधिकारी देहरादून, डाॅव विकास सभरावाल श्रीमती रीता मिश्रा, प्रशान्त चैधरी, अनिल सती, सूरज रावत, अंकूर नेगी, श्री बृहस्पति कोटियाल सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।