नकली रेमडिशिवर इंजेक्शन फैक्टरी मामले में हुआ बड़ा खुलासा।

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 क्राईम ब्रान्च चाण्क्यपुरी नई दिल्ली की टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर मोहम्मद सोयब खान निवासी साहदरा, दिल्ली  एवं मोहन कुमार झा निवासी फरीदाबाद हरियाणा को कुछ नकली रेमडेसिविर इंजेक्षन बेचते हुए गिरफ्तार किया गया था। 

गिरफ्तार किये गये उक्त दोनों अभियुक्तो से की गई पूछ-ताछ के आधार पर दिल्ली क्राईम ब्रान्च की एक टीम द्वारा दिनांक 27-04-2021 को हरिद्वार के रानीपुर क्षेत्र में वतनसैनी पुत्र मौगेराम सैनी, निवासी गली न 04 टिहरी विस्थापित कालोनी के घर पर दविष देकर वतनसैनी  तथा उसकी पत्नी हरकिता मिश्रा को गिरफ्तार कर उनके घर से विभिन्न कम्पनियों के दवाईयों के रैपर, इंजेक्षन (बिना लेबिल के) की बरामदगी के साथ कुछ नकदी भी बरामद की गई।

उपरोक्त कार्यवाही के दौरान क्राईम ब्रान्च दिल्ली की टीम के साथ स्थानीय पुलिस थाना रानीपुर एवं हरिद्वार के ड्रग्स इन्सपेक्टर की मौजूदगी में संयुक्त रूप से कार्यवाही की गई ।

उपरोक्त सूचना उत्तराखण्ड एस0टी0एफ0 को मिलने के बाद एसटीएफ द्वारा क्राइम ब्रान्च चाणक्यपुरी से लगातार सम्पर्क बनाये रखा गया तथा उक्त सम्बन्ध में कोई भी महत्वपूर्ण जानकारी मिलने पर एसटीएफ से समन्वय बनाने के लिए अवगत कराया गया।

गिरफ्तार अभियुक्तों से की गई पूछ-ताछ से एक व्यक्ति आदित्य गौतम का नाम भी प्रकाश में आया था, जिसे क्राईम ब्रान्च दिल्ली द्वारा गिरफ्तार किया गया।  आदित्य गौतम पौड़ी जनपद के कोटद्वार में  ‘‘नेक्टर फार्मा‘‘ नाम की कम्पनी में लीज में पार्टर है। क्राईम ब्रान्च दिल्ली द्वारा उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्तों का रिमाण्ड लिया गया । उक्त सम्बन्ध में समस्त सूचनाओं के संकलन के उपरान्त उत्तराखण्ड एसटीएफ से निरीक्षक संदीप नेगी के नेतृत्व में एक टीम दिल्ली जा चुकी है, एक टीम को कोटद्वार तथा एक निरीक्षक के नेतृत्व में एसटीएफ की एक टीम हरिद्वार में सूचना संकलन कर रही है।

  अभी तक की जानकारी के अनुसार एक कम्पनी का इंजेकशन जो कि एन्टी बायोटिक के रूप में इस्तेमाल होता है, उसका लेबल हटाकर रेमडेसिविर के इंजेकशन “COVIPRI” का लेबल लगाकर विभिन्न स्थानों पर फुटकर में बेचे जाने की बात प्रकाश में आई है। अभी तक की जाच से किसी फैक्ट्री द्वारा इंजेकशन बनाने की बात प्रकाश में नहीं आई है। हरिद्वार के रूढ़की क्षेत्र में इस इंजेकशन का लेबल एक प्रिन्टिगं पप्रेस द्वारा बनाये जाने की बात प्रकाश में आई है जिसके लिए एक टीम को हरिद्वार-रुड़की भेजा गया है।