विधानसभा में हुई तदर्थ अस्थाई नियुक्ति के मुद्दे को हवा देकर Ukssc प्रकरण में हो रही कारवाई को दबाने की साजिश।

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देहरादून मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त तेवरों व निर्देशों का ही ये असर है की Ukssc पेपर लीक मामले में अब तक 26 लोग गिरफ्तार होने के साथ ही पेपर छापने वाली कम्पनी के मालिक तक को गिरफ्तार कर लिया गया है।मुख्यमंत्री के निर्देशों पर हो रही एसटीएफ की कारवाई ने सीबीआई की तर्ज पर ही शानदार काम करते हुए सभी का दिल जीत लिया है।लेकिन इन सबके बीच बीते कुछ माह पूर्व हुई विधानसभा में तदर्थ नियुक्ति की आड़ लेकर विपक्ष को ढाल बनाकर मुख्यमंत्री व सरकार को एक नए तरीके से घेरने की साजिश रची जा रही है जबकि खुद पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व मौजूदा सरकार में वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ये साफ कह चुके है की अस्थाई व्यवस्था के तहत ये नोकरी दी गई है। जानकार बताते है की बीते दिनों मुख्यमंत्री ने जो पूर्व में हुई सभी Ukssc द्वारा आयोजित परीक्षा की जांच बात कहकर जहा वाहवाही लूट ली वही मुख्यमंत्री से परेशान एक खेमा जब मुख्यमंत्री को हर प्रकार से घेरने में फेल हो गया तो ये नया हथकंडा ले आया है।चर्चाएं तो ये भी है की किसी तरह से इस प्रायोजित विवाद को दिल्ली पहुंचाया जाए।यह बात किसी से छिपी नहीं है की किस नेता ने हाकम की मां के इलाज के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था कराई किसकी फोटो सबसे ज्यादा वायरल हुई।जानकार बताते है की एक प्लानिंग के तहत ही विधानसभा में हुई अस्थाई तदर्थ नियुक्ति के मामले का उछाला जा रहा है।मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे से राज्य को बड़ी योजना मिल रही है बीते कल से ही हेली सर्विस शुरू हो गई है।चर्चा ये प्रबल है की Ukssc पेपर लीक मामले में कैसे भी मुख्यमंत्री के निर्देशों पर हो रही कारवाई को कमजोर व व्यर्थ साबित कराया जाए। सोशल मीडिया के ट्रेंड को भी बदलने की साजिश रची जा रही है की ukssc में हो रही कारवाई की खबरों को दबाकर विधानसभा में हुई नियुक्ति के मामले को अधिक ट्रेंड कराया जाए।