देहरादून चमोली जिले में आई त्रासदी के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सोशल मीडिया के जरिए उन्हें आज एक प्रोग्राम में जाते समय सूचना मिली थी। किलोमीटर downstrim में ntoc का प्रोजेक्ट है।176 मजदूर अपनी ड्यूटी के लिए निकले थे दो टनल है एक टनल में 15 दूसरी में 35 लोग होने का अनुमान है। आवाज़ होने पर कुछ लोग वापस लौटे है। 7 शव बरामद किए गए है।। दूसरी टनल में अधिक मलबा आने के बावजूद आईटीबीपी के जवानों ने रस्सी के सहारे रेस्कयू किया है।35 से 40 फिट तक गाद भरा हुआ है। एक घण्टे पहले तक वो 150 मीटर अंदर तक पहुंच गए है जबकि सुरंग 250 मीटर गहरी है। ndrf कुछ टीम आयी है कल और आ रहे है।अफसर cmo समेत कैम्प कर रहे है।डीआईजी गढ़वाल व कमिश्नर के साथ एरियल सर्वे किया एयर फिर रेनी गांव सड़क मार्ग से हम गए है।ऋषिगंगा का धौलीगंगा का सम्पर्क टूटा है 11 गांव के लोग प्रभावित हो सकते है इसके लिए सेना के 3 वायुसेना का एक विमान मौके पर पहुंच चुका है।90 आईटीबीपी के जवान आउट मौके पर जा रहे है। प्रधानमंत्री जी ने बहुत चिंता व्यक्त की है और पीएम ने दूसरी बार फिर फोन किया है। गृह मंत्री अमित शाह जी के।दो बार फोन आये इसकेअलावा राष्ट्रपति,उत्तरप्रदेश, बिहार,गुजरात के सीएम व अंनत अम्बानी ने भी मदद व हर सहयोग का भरोसा दिया है।अनाथ बच्चो की मदद के लिए पतंजलि योगपीठ तैयार है। सीएम ने मीडिया का हार्दिक धन्यवाद अदा करते हुए कहा कि मीडिया ने सम्भलकर साथ देते हुए रिपोर्टिंग की है।मृतक को राज्य सरकार 4 लाख रुपए आर्थिक मदद देगी। स्थानीय लोग की सँख्या 5 हो सकती है।180 भेड बकरी भी मिसिंग है। कुल नुकसान का आंकलन व राहत की पर्याप्त तैयारी है। अभी घटना का कारण स्पष्ट नही बता सकते है। सीएम ने घटना की जानकारी स्वयं के सोशल मीडिया या देर से मिलने पर कहा कि सभी अफसर एक्टिब थे में दौरे पर था। एक बेहतर।कम्युनिकेशन सबके मध्य रहा है। फिलहाल पानी रुद्रप्रयाग के।पीछे व साफ है।पानी का लेवल पूरी तरह साफ है।अनुमान के मुताबिक 120 या इससे अधिक हो सकती है क्योंकि कम्पनी के स्तर से भी अभी आंकलन किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि नुकसान का आंकलन नही लोगो का जीवन बचाना है।