अदृश्य की डयूटी, गजब कारनामा

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लापरवाही की इंतहा हुई पार,14 (1) जैसी कार्रवाई हो सकती है

डीआईजी देहरादून अरूण मोहन जोशी

देहरादून आप सुनकर चौंक जायेंगें कि जो व्यक्ति डय़ूटी पर थाने में ही नही है उसकी डयूटी ट्रैफिक व्यवस्था में लगा दी गई। और ये सिलसिला लगातार जारी था यदि डीआईजी दून को शिकायत न आती तो अब तक शायद मामला भी सामने न आ पाता। मामला थाना रायवाला का वर्ष 2017 का है। डीआईजी अरूण मोहन जोशी ने जांच अधिकारी की रिपोर्ट पर तत्कालीन थाना प्रभारी महेश जोशी व हेड मुहर्रिर मनोज कुमार को लाइन हाजिर करने के साथ ही सख्त कार्रवाई के लिये एसपी देहात को जांच अधिकारी बनाया गया है।

क्या था मामला

अक्टूबर माह वर्ष 2019 में एक व्यक्ति ने डीआईजी दून से मिलकर शिकायत की जनपद दून में तैनात सिपाही अशोक कुमार शर्मा के पुत्र ने कुछ सामान उससे खरीदा जिसके चेक बाउंस हो गये है। बस यहीं से कडियां खुलने लगी डीआईजी ने जांच कराई तो पता चला कि 6 दिसंबर 2017 को रायवाला थाना क्षेत्र में जाम लगने की सूचना पर तत्कालीन एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने वायरलेस सेट पर डयूटी में लापरवाही बरतने पर उप निरीक्षक विशेष श्रेणी अशोक शर्मा को लाइन हाजिर करने के आदेश दिये थे। लेकिन न तो वो लाइन पंहुचा न ही न ही मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। आपको बताते चलें कि उप निरीक्षक विशेष श्रेणी अशोक शर्मा अब रिटायर भी हो चुके है। सबसे खास और चौंकाने वाली बात ये है कि थाने से लगातार अनुपस्थिति चल रहे शर्मा की डयूटी कागजो में ही लग रही थी। जिसका प्रमाण लाइन हाजिर होने के आदेश के साथ ही सामने भी आ गये। सीओ डालनवाला की रिपोर्ट के आधार पर रिटायर्ड हो चुके अशोक शर्मा की गैरहाजिरी के समय का वेतन ग्रेज्यूटी से वसूलने व तत्कालीन थाना प्रभारी महेश जोशी व मुंशी मनोज कुमार को लाइन हाजिर किया गया।अब मामले में आगे की जांच एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल को सौंपी गई है।