देहरादून राज्य में ठेका उठान से लेकर राजस्व संकट से जूझ रहे आबकारी महकमे में सितंबर अंत व अक्टूबर मध्य समीक्षा बैठकों का दौर तेज रहेगा। नये सचिव वरिष्ठ आईएएस सचिन कुर्वे पहली विभागीय बैठक विधिवत तरीके से 12 अक्टूबर को लेंगें। ज्बकि आबकारी आयुक्त जिलेवार राजस्व समीक्षा कर अब प्रवर्तन कार्यों की समीक्षा करने जा रहे है।
राज्य के आबकारी महकमे में जिलेवार बकाये का आंकडा लगातार बढता ही जा रहा है। हलांकि राजधानी दून में पैसा जमा करने में हुई सख्ती का असर दिखा। सख्ती बढाने के लिये ही कुछ शराब ठेकों की निकासी भी रोकी गई है। पैसा जमा करापाने में मैदान से लेकर पहाड के जिले कमजोर ही दिख रहे है। इसमें प्रतिभूति न जमा हो पाना और भी बडी चुनौती के रूप में सामने आ रही है।बीते चार दिनों से जनपदों के राजस्व की समीक्षा के बाद आबकारी आयुक्त सुशील कुमार प्रवर्तन यानि इंफोर्समेंट संबंधी कामों की समीक्षा 1 व 3 अक्टूबर को करेंगें। 1 को गढवाल 3 अक्टूबर को कुमाऊँ की समीक्षा। इसके ठीक बाद 12 अक्टूबर को सचिव सचिन कुर्वे स्वयं समीक्षा करने जा रहे है।
बाबू चर्चाओ मे- आबकारी मुख्यालय में एक बाबू को लेकर खासी चर्चायें जोरों पर है। एक बडे जिले में तैनात ये बाबू न तो इंस्पेक्टर को न ही डीईओ किसी को कुछ समझते है। विभागीय डाक रिसिव करने में भी इन्हे समस्या है। जब जिले में बाबू की ये स्थिति तो सिस्टम कितना अनकंट्रोल है इसको समझा जा सकता है। बताया जाता है कि ये सीधे मुख्यालय में अपने खास साहब को फोन कर उनके शरणागत हो जाते है।