इन दिनों उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी होने के कारण अस्थाई ग्लेशियर बन रहे हैं। रविवार को छिरकानी के पास ग्लेशियर टूटकर मार्ग पर आ गया।मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी के चलते मल्ला जोहार जाने वाले धापा मिलम मार्ग पर ग्लेशियर खिसक गया था। जिसके चलते मार्ग बंद हो गया था। सोमवार को बंद मार्ग को खोल दिया गया, लेकिन यहां लगातार हो रहे हिमपात के कारण उच्च हिमालयी क्षेत्र से फिर ग्लेशियरों के खिसकने का खतरा बना हुआ है। वहीं, माइग्रेशन पर जाने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।भारी बर्फबारी से बन रहे अस्थाई ग्लेशियरइन दिनों उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी होने के कारण अस्थाई ग्लेशियर बन रहे हैं। रविवार को छिरकानी के पास ग्लेशियर टूटकर मार्ग पर आ गया। जिसके चलते लोग आगे नहीं जा पा रहे थे। घोड़े खच्चर वाले लोग भी बमुश्किल यात्रा कर पा रहे हैं। बीआरओ ने सड़क खोलने के लिए डोजर लगा दिया है। पैदल मार्ग यात्रियों के लिए खोल लिया गया है। प्रतिवर्ष जोहार के 13 गांवों के लोग अप्रैल के मध्य से माइग्रेशन पर जाते हैं और खेतीबाड़ी कर अक्तूबर तक वापस लौटते हैं। इस साल लगातार हो रहे हिमपात के चलते ग्लेशियर खिसकने का खतरा बना हुआ है।