एंकर – उत्तराखंड की मित्र पुलिस को इन दिनों एक अजीबोगरीब शौक लग गया है यह शौक भी ऐसा है कि अब छुड़ाएं से भी नहीं छूट रहा है। आलम यह है कि अब तक सोशल मीडिया पर छोटे- मोटे कलाकार या युवा ही रील बनाकर ख्याति प्राप्त कर रहे थे लेकिन अब इसमें उत्तराखंड पुलिस के दरोगा साहब से लेकर कॉन्स्टेबल और तमाम कर्मचारी भी शामिल हो गए हैं सोशल मीडिया पर रंग बिरंगी वीडियो बनाने का यह शौक कुछ ऐसा चढ़ा है कि अब इसको पूरा करने के लिए उन्हें वर्दी और सरकारी गाड़ियों का सहारा लेने से भी कोई गुरेज नहीं है। आलम यह है कि लाइक और सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए रोजाना एक से बढ़कर एक वीडियो सामने आ रही है।
वीओ – साल 2020 में उत्तर प्रदेश में भी इस तरह के कुछ वीडियो सामने आए थे, जिसके बाद खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी पुलिस को यह हिदायत दी थी कि वर्दी में कोई इस तरह का प्रदर्शन ना करें तब उत्तर प्रदेश के पुलिसकर्मी खूब टिक-टॉक पर वीडियो वायरल कर के फेमस हो रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फटकार के बाद बाकायदा पुलिस प्रशासन को एक सरकुलेशन जारी करना पड़ा। जिसके बाद यूपी पुलिस को इस बीमारी से दूर हो गई लेकिन हमारी उत्तराखंड पुलिस टिक तोक बंद होने के बाद अब इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया अन्य प्लेटफार्म पर खूब सक्रिय है।
आलम यह है कि फिल्मी डायलॉग हो या फिल्मी गाने या फिर अतरंगी म्यूजिक इन सब पर उत्तराखंड पुलिस के जवान से लेकर दरोगा तक खूब रील्स बना रहे हैं गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक कई ऐसे पुलिसकर्मी सोशल मीडिया पर खूब छाए हुए हैं जिनके इस तरह के वीडियो देख कर कोई भी अंदाजा नहीं लगा सकता की यह पुलिस डिपार्टमेंट से जुड़े हुए हैं हां इतना जरूर है कि जब-जब इन पुलिसकर्मियों की वीडियो वर्दी या थाने या थाने की गाड़ियों के साथ आती है तब जरूर लोगों को पता लग जाता है एसआई से लेकर कॉन्स्टेबल तक कई ऐसे लोग मौजूद हैं जिनकी वीडियो देखने के लिए हजारों फॉलोअर्स इन्हें फॉलो कर रहे हैं
वीओ – ऐसा नहीं है कि पुलिसकर्मी सिर्फ गाना और फिल्मी डायलॉग पर ही अपने वीडियो बना रहे हैं कई ऐसे पुलिसकर्मी भी सोशल मीडिया पर आपको मिल जाएंगे, जो सोशल मैसेज या फिर देशभक्ति के गीतों पर अपने बोल मिलाते हुए देखे जा सकते हैं। उत्तराखंड में कई पुलिसकर्मी और कई प्रशासनिक अधिकारी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रहते हैं। इतना ही नहीं, उत्तराखंड पुलिस के दरोगा तो फिल्मों में भी अपना लोहा मनवा चुके हैं लेकिन सवाल यह खड़ा होता है कि पुलिस की वर्दी में इस तरह से पुलिस नियमावली का उल्लंघन करना कितना सही है। बात अभी सिर्फ चंद पुलिसकर्मियों और दरोगा तक सीमित है अगर यह रोग उत्तराखंड पुलिस के कुछ और जवानों में लग गया तो ड्यूटी का अंदाजा आप बखूबी लगा सकते हैं।
वीओ – इस पूरे मामले को लेकर पुलिस के अधिकारी भी हैरान है। उनका कहना है की उनके संज्ञान में कुछ इस तरह के मामले आये है जिसकी वो जाँच करवा रहे है। वही, डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस नियमावली की जानकारी नहीं है लेकिन उत्तराखंड में सोशल मीडिया को लेकर जो निर्देश दिए गए है उसके तहत कोई भी पुलिस कर्मचारी सोशल मीडिया के माध्यम से विभाग और सरकार की छवि को ख़राब नहीं करेगा। लेकिन अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। हालांकि, इन सभी का परीक्षण कराया जायेगा, अगर कोई पॉलिसी का उल्लंघन करेगा तो उसपर कार्यवाही की जाएगी।