इतिहास रचता कुम्भ। बनाई सबसे बृहद मानव सृजित मास्क आकृति
देहरादून आईजी कुम्भ मेला संजय गुंज्याल की सफल प्लांनिग ने राज्य व प्रदेश पुलिस को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में स्थान दिलवा दिया है। यह कुम्भ कई मायनों में एतिहासिक है वर्ष 1938 के 83 साल पश्चात एक विशिष्ट योग में संम्पन हो रहे इस महाकुम्भ में आज कोविड संक्रमण से बचाव हेतु सन्देश देने के लिए आज एक मानव श्रृंखला बनाई गई , जिसे मास्क के आकार में ढाला गया।
हरिद्वार में गोरी शंकर पार्किंग स्थल में सुगम कुम्भ एवम सुरक्षित कुम्भ का धेय्य को आत्मसात किये जवानों ने एक कार्यक्रम के दौरान मास्क की आकृति बना कर दो गज दूरी मास्क जरूरी का संदेश दिया, यह मास्क आकृति इतिहास में सबसे बड़ी मानव सृजित मास्क आकृति है जिसे *इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड* में दर्ज करने के लिए इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड की ओर से जज श्री वीरेंद्र सिंह एवमं समन्वयक श्री संदीप विश्नोई मौजूद रहे।
मास्क आकृति में कुंभ मेला पुलिस ,SDRF उत्तराखंड पुलिस PAC ATS उत्तराखंड,, उत्तरप्रदेश pac राजस्थान होमगार्ड, , CRPF ITBP, CISF, BSF, NSG, SSB के *कुल 5077* सम्मलित रहे। कार्य क्रम का आयोजन श्री संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक कुम्भ , के नेतृत्व में कुम्भ मेला पुलिस ने किया, जिसमे अपना पूर्ण सहयोग दिया उत्तराखंड प्रेस क्लब ने। कार्यक्रम के दौरान अपने सन्देश में श्री *संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक कुम्भ ने कहा कि रिकॉर्ड का बनना सर्वोत्तम तथ्य नही है रिकॉर्ड बनते ओर टूटते है किन्तु वैश्विक कोविड संकट दौर में मास्क का महत्व ओर आवश्यकता के सन्देश को प्रत्येक श्रद्धालु तक ओर आम जनमानस तक पहुंचाना महत्वपूर्ण है*। कार्यक्रम के दौरान गीता मनीषी स्वामी श्री ज्ञानानंद जी महाराज , अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत श्री नरेन्द्र गिरी जी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी प्रखर जी महाराज, स्वामी गिरिशानन्द जी महाराज, श्री संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक कुम्भ, श्री सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस, वरिष्ट पुलिस अधीक्षक हरिद्वार ,श्री जनमेजय खण्डूड़ी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुम्भ, सहित अनेक साधु सन्यासी, पुलिस ऑफीसर्स एवम अन्य गणमान्य व्यक्ति सम्मलित रहें।