1 जनवरी-पुलिस क्या टूटेगा मिथक या कायम रहेगी परम्परा।

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देर रात राजधानी में व्यवस्थित दिखा ट्रैफिक

देहरादून राजधानी दून व मसूरी में नए साल का जश्न जोश व उत्साह से मनाया गया।जिला प्रसाशन की कोविड पाबन्दियों का भी ख्याल रखा गया।एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत के निर्देश का असर साफ तौर पर दिखा। राजधानी में एसपी सिटी श्वेता।चौबे व देहात में परमेंद्र डोबाल फोर्स समेत लगातार राउंड पर थे।कुछ स्थानों पर तेज़ म्यूजिक व तेज शोर शराबे की शिकायत पर पुलिस ने सख्ती से एक्शन किया।

राज्य पुलिस मुखिया अशोक कुमार के आदेश है कि हर पीड़ित का हर हाल में मुकदमा दर्ज हो और ऐसा हो भी रहा है लेकिन कुछ पुरानी मिथक भी है

जनवरी से नया क्राइम नंबर
अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे पुलिस मैनुअल के मुताबिक थाने का नया साल एक जनवरी से शुरू होता है। नए साल की शुरूआत के साथ ही थाने में नई जीडी और नया मुकदमा रजिस्टर निकाला जाता है। 31 दिसंबर की रात में अंतिम मुकदमा दर्ज होने के बाद एक जनवरी से नये साल का नया मुकदमा अपराध संख्या एक से जारी किया जाता है।


पुलिस के और भी हैं टोटके
साल का पहला मुकदमा गुडवर्क दर्ज करने के साथ साथ कई और टोटके हैं, जिसमें पुलिस यकीन करती है। जीडी में 3, 13, 23 अंक के रजिस्टर पर पुलिस गुडवर्क दर्ज करने से बचती है। इसके साथ ही पंचनामा रजिस्टर को लेकर भी कई चर्चा रहती हैं