चिकित्सालय में मंगलवार से सभी विभागों की ओपीडी शुरू हो जाएगी।प्रत्येक ओपीडी में हर दिन 25-25 ही मरीज देखे जाएंगे।पंद्रह दिसंबर को स्थिति की समीक्षा कर मरीजों की संख्या बढाने पर विचार किया जाएगा।
शहर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय को मार्च में कोविड-हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया गया था। तब से यहा सिर्फ कोरोना संक्रमितों का ही उपचार किया जा रहा था। कोरोना के एक्टिव केस कम होने पर दो नवंबर से यहां कार्डियोलाजी, त्वचा, मानसिक रोग, कैंसर (रेडियोथेरेपी) व बाल रोग की ओपीडी शुरू की गई थी।साथ ही पोस्ट कोविड ओपीडी भी संचालित की जा रही थी। शनिवार को प्राचार्य डा आशुतोष सयाना ने अन्य विभागों की ओपीडी खोलने को लेकर विभागाध्यक्षों की बैठक ली।उन्होंने बताया कि एक दिसंबर से संपूर्ण ओपीडी संचालित की जाएगी।सभी विभागों की ओपीडी सोमवार से शनिवार संचालित होगी।जबकि कार्डियोलाजी की ओपीडी सोमवार,बुधवार व शुक्रवार को खुलेगी।ओपीडी बिल्डिंग में ही एक्सरे,ईसीजी व पैथोलाजी की सुविधा मरीजों को दी जाएगी।अपाइंटमेंट सिर्फ आनलाइन/फोन पर ही दिए जाएंगे।प्राचार्य ने बताया कि स्त्री एवं प्रसूति रोग की ओपीडी भी अब नयी बिल्डिंग में प्रथम तल पर होगी।पहले यह ओपीडी पुरानी बिल्डिंग में संचालित की जा रही थी।उन्होंने बताया कि ओपीडी बिल्डिंग में ही एक कक्ष में आक्सीजन सिलेंडर,ट्राली,मानिटर समेत अन्य सामान रखा जाएगा।ताकि आपात स्थिति में वहीं मरीज को इसका लाभ मिल सके।
बैठक में चिकित्सा अधीक्षक डा केके टम्टा,डा नारायणजीत,डा आरएस बिष्ट,डा चित्रा जोशी,डा हेमा सक्सेना,डा अभय,डा जेएस राणा,डा विजय भंडारी,डा सुशील ओझा,डा अनिल जोशी,डा अमर उपाध्याय, महेंद्र भंडारी आदि उपस्थित रहे।