भारत सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक उत्तराखंड सरकार की तरफ से जारी कोरोना SoP में Night Curfew में राहत देते हुए इसको अब रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक कर दिया गया है। 9वीं कक्षा तक स्कूल बंद ही रहेंगे और सिर्फ ऑनलाइन कक्षाएँ संचालित होंगी। सियासी रैली और धरना-प्रदर्शन पर 11 फरवरी तक रोक बरकरार रखी गई है। इसका मतलब मतदान तक अब छुटकी बैठकों-सभाओं के भरोसे ही BJP-Congress समेत सभी दलों को प्रचार में आगे बढ़ना होगा। कोरोना केसों में आज जबर्दस्त कमी आने के बाद जारी SoP से सियासी दलों को कोई राहत नहीं मिली। आज कोरोना के 1200 केस ही आए हालांकि 10 की जिंदगी इस महामारी ने हर ली।
11 फरवरी तक जनसभाओं-रैलियों पर रोक का मतलब ये हुआ कि सियासी दल अब अपने सितारा प्रचारकों की बड़ी रैलियों के सहारे लोगों को लुभा नहीं पाएंगे। इसका सबसे अधिक नुक्सान BJP को होगा, जिनके पास वोट जुटाऊ PM नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जनससभाएं- रैली करने का शक्तिशाली विकल्प था। ताजी SoP में 1 से 12 फरवरी तक अलबत्ता, अधिकतम 500 लोगों की बैठक Indoor हाल में और खुले में 1000 लोगों तक की सभा करने की छूट दी गई है ।
खेल स्टेडियम-मैदान, स्पा-Gym-शॉपिंग मॉल-थियेटर-सैलून होटल-रेस्तरां और ऑडिटोरियम को 50 फीसदी क्षमताओं के साथ खोलने की इजाजत दी गई है। स्विमिंग पूल-वॉटर पार्क बंद ही रहेंगे। स्कूलों में 10वीं से 12 तक के कक्षाएँ ही भौतिक रूप से संचालित होंगी। आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे। विवाह-सांस्कृतिक खेल और मनोरंजन गतिविधियों को 50 फीसदी क्षमताओं के साथ ही आयोजित किया जा सकेगा। आज कोरोना केसों में कमी काफी देखी गई लेकिन मौतों पर अंकुश नहीं लग पा रहा।