देहरादून कोरोना टीकाकरण के पहले चरण के लिए उत्तराखंड को कोविशील्ड वैक्सीन की 1.13 लाख डोज मिल गई है। केंद्र सरकार की ओर से सिरम इंस्टीट्यूट से प्रदेश को वैक्सीन की डोज देने के निर्देश जारी किए गए थे। इसके बाद बुधवार को विशेष विमान से वैक्सीन देहरादून पहुंचाई गई।
बुधवार दोपहर विशेष विमान वैक्सीन लेकर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचा। जहां से जिलों के लिए वैक्सीनेशन वैन से वैक्सीन पहुंचाई जा रही है। एनएचएम निदेशक डॉ. सरोज नैथानी ने वैक्सीन दून पहुंचने की पुष्टि की है।
0वहीं, इसके साथ प्रदेश में कोविशील्ड वैक्सीन का जिलावार वितरण का प्लान तैयार किया गया है। कोविन पोर्टल पर अपलोड डाटा के आधार पर केंद्र ने जिलावार वैक्सीन की डोज तय की है। जिसमें हेल्थ केयर वर्करों की संख्या के आधार पर देहरादून जिले को सबसे अधिक 25.67 प्रतिशत वैक्सीन की डोज मिलेगी।
एक हेल्थ वर्कर को वैक्सीन की दो डोज लगनी है। इसके हिसाब से 50 हजार हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगाई जाएगी। वैक्सीन की 10 प्रतिशत डोज रिजर्व में रखी जाएगी। केंद्र के दिशानिर्देश के अनुसार पहली डोज लगने के 28 दिनों के भीतर दूसरी डोज लगेगी।
कोविड वैक्सीन सबसे पहले दून और हल्द्वानी में राज्य स्तर पर बनाए गए वॉक इन कूलर में रखी गई। यहां से वैक्सीनेशन वैन से जिलों को वैक्सीन की डोज भेजी गई। वॉक इन कूलर में वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखा गया है। प्रदेश में 317 कोल्ड चेन प्वाइंट चिन्हित किए गए हैं।
सबसे पहले केंद्रीय हेल्थ वर्कर, राज्य हेल्थ वर्कर, आर्म्स फोर्स मेडिकल सर्विस के कर्मचारियों को पहले चरण में टीका लगाया जाएगा। एनएचएम निदेशक डॉ. सरोज नैथानी ने बताया कि पहले चरण में सभी जिला चिकित्सालय, मेडिकल कालेज, एम्स, सेना चिकित्सालय, उप चिकित्सालय, प्रमुख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात हेल्थ वर्करों को वैक्सीन दी जाएगी। इसमें आशा और एएनएम भी शामिल हैं।