जानकारी के मुताबिक, वन विभाग में 2 आईएफएस (Indian Forest Service) अधिकारियों के खिलाफ फाइल तैयार हो चुकी है. अब बस मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुमोदन मिलते ही महकमे के 2 आईएफएस अधिकारियों को विभाग से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा.
सुबोध उनियाल भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ पहले दिन से मुखर दिखाई दे रहे हैं. स्थिति यह है कि विभागीय मंत्री ने महकमे का चार्ज लेते ही सबसे पहले अपर मुख्य सचि unव वन आनंद वर्धन से गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों की फाइलें ही तलब की थी. हालांकि, किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि वन विभाग में कई गंभीर आरोपों में घिरे अधिकारियों पर इतनी तेजी से कार्रवाई हो सकेगी. विश्वस्त सूत्र कहते हैं कि कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने ऐसे अधिकारियों पर अपना चाबुक चला दिया है.
सूत्र बताते हैं कि फिलहाल 2 आईएफएस अधिकारियों की फाइल तैयार की जा चुकी है और इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभागीय मंत्री ने अपनी कलम चलाते हुए फाइनल अनुमोदन के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय में फाइल भेज दी है. जानकारी के मुताबिक, इन दोनों आईएफएस अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने का फैसला लिया गया है. इन दोनों ही अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगते रहे हैं. फिलहाल, फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय में मौजूद है और अब मुख्यमंत्री की तरफ से यदि ऐसे अधिकारियों पर सख्ती दिखाई जाती है तो निश्चित तौर से वन विभाग में अधिकारियों को एक बड़ा संदेश दिया जा सकेगा.
दोनों अधिकारी के नाम डीएफओ किशन चंद और बीजू लाल टीआर बताए जा रहे हैं. हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद ही होगा.