राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (सिडकुल) घोटाले की जांच में अब और तेजी आएगी। डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने जांच अधिकारियों को पत्र भेजकर सभी जांच जल्द समाप्त कर सूचना देने व मामले में एक बैठक भी बुलाई है।
वर्ष 2012 से 2017 के बीच सिडकुल द्वारा विभिन्न जनपदों में निर्माण कार्य कराए गए। नियमों को ताक पर रखकर उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम (यूपीआरएनएन) को ठेके दिए गए। यूपीआरएनएन का ऑडिट कराए जाने पर काफी अनियमितता और सरकारी धन के दुरुपयोग, वेतन निर्धारण व विभिन्न पदों पर भर्ती में गड़बड़ियां सामने आई। शासन ने गड़बड़ियों का संज्ञान लेते आइजी गढ़वाल जोन की अध्यक्षता में एसआइटी का गठन किया है साल 2017 से लंबित चल रही सिडकुल घोटाले (Siducal Scam) की 300 से अधिक मामलों की जांच में अब तेजी आने लगी है. इसमें अभी तक 25 फाइलों की जांच पूरी चुकी है।डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने कहा कि इस बेहद अहम मामलो को लेकर किसी भी कीमत पर कोई लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।शासन को समस्त पत्रावली जांच रिपोर्ट समेत जल्द भेजी जाएगी।