पेपर लीक कराने के असल मास्टरमाइंड आरएमएस सॉल्यूशन कंपनी के मालिक के खास दोस्त सैयद सादिक मूसा के एक साथी को एसटीएफ ने लखनऊ से गिरफ्तार किया। मूसा की तलाश में एसटीएफ लगातार दबिश दे रही है।
गिरोह के सदस्य
नाम पता
योगेश्वर राव : इंदिरा नगर, लखनऊ, उत्तर प्रदेश
शशिकांत : रमेशपुरम तल्ली, हल्द्वानी, उत्तराखंड
बलवंत रौतेला : कोलीढेक, लोहाघाट, नैनीताल
हाकम सिंह रावत : लिवाड़ी, मोरी उत्तरकाशी, उत्तराखंड
केंद्रपाल सिंह : टीचर्स कॉलोनी, धामपुर, बिजनौर, उत्तर प्रदेश
आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन का डायरेक्टर राजेश कुमार चौहान : जानकीपुरम, लखनऊ
जयजीत दास : ग्राम भिस्वा, महाराजगंज, उत्तर प्रदेश, हाल पंडितवाड़ी, देहरादून
अभिषेक वर्मा : शेरपुर, थाना बक्शी तालाब, सीतापुर, उत्तर प्रदेश
मनोज जोशी : ग्राम शेरा, जिला चंपावत, उत्तराखंड
मनोज जोशी : ग्राम मयोली, जिला अल्मोड़ा, उत्तराखंड
दीपक शर्मा : गुरुतेगबहादुर, यमुनानगर, हरियाणा
महेंद्र सिंह चौहान : जसपुर, ऊधमसिंह नगर, उत्तराखंड
हिमांशु कांडपाल : कांडा गूठ, अल्मोड़ा, उत्तराखंड
तनुज शर्मा : गुरुद्वारा ओएलएफ, रायपुर चौक, देहरादून
अंकित रमोला : ग्राम सुनारा, नौगांव, पुरोला, उत्तरकाशी
चंदन सिंह मनराल : ग्राम लखनपुर, रामनगर, नैनीताल
जगदीश गोस्वामी : चांदीखेत, गोनाई, चौखटिया अल्मोड़ा
कुलवीर सिंह : तरला आमवाला, रायपुर, देहरादून (मूल निवासी शादीपुर, बास्टा,
चांदपुर, बिजनौर)
दिनेश चंद्र जोशी : गैस गोदाम रोड, कुसुमखेड़ा, नैनीतालसरगना और उसके साथी पर 25-25 हजार का इनाम
पेपर लीक मामले में अब तक गिरोह का सरगना अंबेडकर नगर निवासी सैयद सादिक मूसा बताया जा रहा है। उसने केवल उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और कई अन्य राज्यों में भी इस तरह की परीक्षाओं के पेपर लीक कराए हैं। उसका एक साथी योगेश्वर राव भी फरार बताया जा रहा है। पुलिस ने दोनों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है।
पेपर लीक कराने का असल मास्टरमाइंड आरएमएस सॉल्यूशन कंपनी के मालिक का खास दोस्त सैयद सादिक मूसा निकला। उसकी तलाश में एसटीएफ लगातार दबिश दे रही है। मगर वह अंडरग्राउंड हो गया है। उसके नेपाल भागने की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि उसने कंपनी के मालिक के साथ मिलकर वर्ष 2015 से अब तक दर्जनों परीक्षाओं के पेपर लीक कराए हैं। कंपनी की प्रेस से लीक होकर पेपर पहले मूसा के पास ही पहुंचता था। इसके बाद चेन पर चेन बनती थी।
पेपर लीक मामले में पिछले दिनों उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की आउटसोर्स कंपनी आरएमएस सॉल्यूशन के मालिक राजेश चौहान के पकड़े जाने के बाद उसे ही मास्टरमाइंड बताया जा रहा था। मगर, जब उसने राज खोले तो पता चला कि इसका मास्टरमाइंड लखनऊ का रहने वाला सैयद सादिक मूसा है। वह मूल रूप से अंबेडकर नगर का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि मूसा और कंपनी के डायरेक्टर की मुलाकात वर्ष 2014 में हुई थी। इसके बाद उन्होंने इस खेल से मोटा धन कमाने की योजना बनाई। इसके बाद शुरू हुआ पेपर लीक कराने का खेल।
वर्ष 2015 में आयोग के गठन के बाद उत्तराखंड में होने वाली ज्यादातर परीक्षाओं का ठेका आरएमएस कंपनी को दिया जाने लगा। राजेश और मूसा ने बड़े ही शातिराना अंदाज में पहले दरोगा भर्ती परीक्षा में ओएमआर शीट में खेल करना शुरू किया। इसके बाद जब अन्य परीक्षाओं के पेपर की छपाई का काम इस कंपनी के पास आया तो मूसा और राजेश की चांदी हो गई। इन्होंने हाकम, केंद्रपाल और अन्य दलालों के साथ मिलकर अपना पूरा गैंग खड़ा कर दिया। बताया जा रहा है कि इन दोनों का अन्य राज्यों में भी प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कराने में हाथ है।