देहरादून उत्तराखंड में बयानों को तोड मरोडकर भ्रम के रूप में फैलाने व सोशळ मीडिया में वीडियो वायरल कर छवि खराब करने का सिलसिला जारी है। चौंकाने वाली बात ये है कि बिना तथ्यों की जांच किये ही वीडियो तेजी से वायरल किये जा रहे है। जो सोशल मीडिया अच्छी जानकारी व मदद के तौर पर काम कर सकती है वो उसका बेजा इस्तेमाल हो रहा है। सीएम तीरथ सिंह रावत ने अपने उत्तरकाशी दौरे में मंच से बोलते हुये कहा कि आपदा काल में जो राशन की मदद किट दी जाती है उसमें चीनी नही होती है। आजादी के बाद से आज तक किसी भी आपदा अथवा अतिवृष्टि में ऐसा नही हुआ है। जैसा कि वीडियो देखकर साफ समझा जा सकता है बावजूद इसके गलत तरीके से बयान को गलत रूप देते हुए जारी किया गया।
ज्बकि उत्तराखंड सरकार चीनी भी वितरित करा रही है। सीएम तीरथ के साफ स्पष्ट बयान को इस रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है कि आजादी के बाद आज तक किसी को चीनी नही मिली है।
आपको बताते चलें कि इस पहले चमोली दौरे के समय सीएम ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि राज्य सरकार 18 प्लस आयु वर्ग को भी वैक्सीन लगवा रही है लेकिन स्लिप आफ टंग की वजह से सीएम ने आक्सीजन बोल दिया था जिसे सीएम ने स्वयं ही तुरंत दुरूस्त करते हुये वैक्सीन बोल भी दिया था लेकिन आधे वीडियो को वायरल कराते हुये ऐसा प्रचारित किया गया कि उत्तराखंड में सरकार 18 प्लस वालों को आक्सीजन लगवा रही है यानि उत्तराखंड मे कोविड के चलते कितने हालात खराब हो गये इस प्रकार प्रचारित किया गया।