देहरादून राजधानी दून में कोविड संक्रमितों की संख्या में हुए इजाफे को देखते हुए जिला प्रशासन अस्पतालों के साथ मिलकर एसओपी तैयार कर रहा है। इस एसओपी में यह तय किया जाएगा कि कौन सा मरीज कितना गम्भीर है और उसे किस स्तर की मेडिकल हेल्प व दवा की आवश्यकता है।
राजधानी में कोविड संक्रमण में इजाफे के बाद एकाएक बढ़े मरीजों में वीआईपी कल्चर भी पैदा हुआ है।मसलन अस्पताल के नाम व बेड के साथ इलाज की डिमांड की जा रही है।मौजूदा परिस्थितियों में ऐसा सम्भव नही है।इस बीच उत्तरप्रदेश दिल्ली हरियाणा राजस्थान से भी कुछ मरीज दून इलाज के लिए आएं।राजधानी में कोविड केयर से लेकर ऑक्सीजन बेड व आईसीयू बेड का इंतज़ाम है।मरीजों की संख्या में इजाफे के बाद संसाधनों पर भी दबाव है। जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि बीते एक सप्ताह के भीतर अलग अलग स्तर पर 800 बेड बढ़ाये गए है। हर मरीज को इलाज मिले ये प्रयास है।लोग अपनी मर्जी अपनी शर्तों से नही मेडिकल एक्सपर्ट राय पर इलाज कराए।