देहरादून राज्य पुलिस के मुखिया डीजीपी अशोक कुमार मंगलवार शाम साइबर सेल, साइबर थाना व एसटीएफ के कार्यों व भवन का निरीक्षण करने एसटीएफ दफ्तर परिसर पंहुचे। डीजीपी के साथ ही डीआईजी व प्रवक्ता नीलेश आनंद भरणें भी पुलिस मुख्यालय से आये थे। एसएसपी एसटीएफ आईपीएस अजय सिंह ने डीजीपी अशोक कुमार को रिसिव किया। सलामी के साथ ही डीजीपी अशोक कुमार ने साइबर थाने व भवन का निरीक्षण शुरु किया।
डीजीपी अशोक कुमार ने एमटी शाखा (वाहन) के लिय़े अलग से बने कक्ष को औचित्य़हीन मानते हुये भविष्य की जरूरतों के मुताबिक मालखाने को और बडा करने की योजना बनाने के निर्देश दिये है। डीजीपी ने मोबाइल रिकवरी सेल दारा तलाशे गये करीब 100 मोबाइल वितरण कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया।
डीजीपी ने एसटीएफ दारा तैयार प्रजेंटेशन को एसएसपी कक्ष में मातहतों के साथ देखते हुये कई दिशा निर्देश व भविष्य में बढते साइबर खतरे व साइबर अपराध के मद्देनजर भवन व व्यवस्था को हाईटेक व पब्लिक के लिहाज से फ्रेंडली माहौल तैयार करने के भी संकेत दिये है। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा है कि साइबर ठगी की घटनाओं को शून्य पर ले जाने के लिये ये जरूरी है कि जनता को अधिक से अधिक जागरूक किय़ा जाए। मोबाइल डाटा लीक होने से लेकर साइबर संबंधी अलग अलग अपराधों में जनता की भी बडी जिम्मेदारी बनती है कि वो किसी से एटीएम पिन अथवा अन्य बैंक संबंधी जानकारी शेयर न करे। पत्रकारों से बातचीत में डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि अब ईनामी बदमाशों को पकड़ने का टारगेट हम बढाने जा रहे है । गैंगेस्टर अपराधियेों की संपत्ति जब्त की जायेगी,ड्रग्स के धंधे में शामिल बदमाशों की संपत्ति भी अटैच की जायेगी। पंतनगर में 1 जनवरी से साइबर थाना अस्थाई रूप से शुरु होने जा रहा है हर हाल में हर मुकदमा दर्ज होगा। इनामी अपराधियों को पकडने का टारगेट पचास तक करने के संकेत डीजीपी ने दे दिये है। डीजीपी ने एसटीएफ के काम काज की भी प्रशंसा की है।