चारधाम यात्रा में केदारनाथ हेली सेवा के टिकटों की बुकिंग आठ अप्रैल से शुरू की जाएगी। आईआरसीटीसी की ओर से ऑनलाइन टिकट बुकिंग पोर्टल का ट्रायल किया जा रहा है। 90 प्रतिशत टिकटों की बुकिंग आईआरसीटीसी के माध्यम से होगी, जबकि इमरजेंसी कोटे के तहत 10 प्रतिशत टिकटों की बुकिंग ऑफलाइन की जाएगी।
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) के सीईओ सी. रविशंकर ने बताया कि पहले पांच अप्रैल को केदारनाथ हेली सेवा के टिकटों की बुकिंग शुरू करने की तैयारी थी, लेकिन ट्रायल में कुछ तकनीकी दिक्कत आने से अब आठ अप्रैल से ऑनलाइन बुकिंग शुरू की जाएगी।
क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद ही मिलेगी हेलीपैड पर एंट्री
टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए इस बार बुकिंग सिस्टम को पारदर्शी बनाया गया है। बिना टिकट के किसी हेलीपैड में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। हेलीपैड के प्रवेश स्थान पर टिकट में क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद ही यात्री को जाने की अनुमति होगी।
सरकार की ओर से टिकट रद्द हुआ तो पूरा पैसा मिलेगा वापस
रविशंकर ने बताया कि टिकट रद्द करने और किराया वापसी के लिए नियमावली बनाई गई है, जो यात्री हेली सेवा का टिकट रद्द करते हैं, तो उन्हें भुगतान भी ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से किया जाएगा। मौसम खराब होने या तकनीकी कारणों से हेली सेवा रद्द होने पर यात्रियों को पूरा किराया वापस किया जाएगा। इस बार मौसम खराब होने पर बैकलॉग की व्यवस्था नहीं होगी।
टिकट बुकिंग के लिए ये वेबसाइट
आईआरसीटीसी ने हेली सेवा टिकटों की बुकिंग के लिए वेबसाइट heliyatra.irctc.co.inतैयार की है। इस वेबसाइट पर यात्रियों को टिकट बुकिंग की सुविधा मिलेगी।
हेली सेवा का रूट एक तरफा दोनों तरफ का किराया (प्रति यात्री)
गुप्तकाशी से केदारनाथ 3870 7740
फाटा से केदारनाथ 2750 5500
सिरसी से केदारनाथ 2749 5498
बिना रजिस्ट्रेशन नहीं होगी ऑनलाइन टिकट बुकिंग
चारधाम यात्रा में केदारनाथ हेली सेवा से जाने के लिए यात्रियों का पंजीकरण अनिवार्य होगा। बिना पंजीकरण के यात्री हेली सेवा की ऑनलाइन टिकट बुकिंग नहीं कर पाएंगे। साथ ही एक बार में एक व्यक्ति अपनी आईडी से अधिकतम छह सीटों की बुकिंग कर सकेगा, जबकि समूह में यात्रा करने वाले यात्री एक बार में 12 सीट बुक कर सकेंगे।