देहरादून राजधानी दून का नगर निगम ओडीएफ डबल प्लस पाने वाला प्रदेश का पहला नगर निगम बन गया है। इससे देहरादून की रैंकिंग में सुधरने की उम्मीद है। साथ ही 500 अंकों का अतिरिक्त लाभ भी मिलेगा। देहरादून स्वच्छता सर्वेक्षण में अपनी रैंकिंग सुधारने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं।
देहरादून प्रदेश का ऐसा पहला नगर निगम है, जिसे ओडीएफ यानि खुले में शौच मुक्त का डबल प्लस का सर्टिफिकेट दिया गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण की दिशा में ये बेहद महत्वपूर्ण उपलब्धि है। प्रदेश में सबसे ये दर्जा मिलने के साथ ही देहरादून स्वच्छता में अपनी रैंकिंग बढ़ाने की दिशा में आगे बढ़ गया है। ओडीएफ डबल प्लस के दर्जे के साथ ही निगम को रैंकिंग में 500 अंक अतिरिक्त मिलेंगे।
केंद्र सरकार की टीम ओडीएफ डबल प्लस के सर्वे के लिए शहर आई थी। अपने गोपनीय सर्वे के दौरान टीम ने सार्वजनिक शौचालय और बस्तियों में बनाए गए सामुदायिक शौचालय का निरीक्षण किया था जिसमें पाया गया था कि पूरा शहर खुले में शौच से मुक्त है।
सामुदायिक शौचालयों में शीटए एक्जॉस्ट फैन लगे हैं। साफ सफाई व्यवस्थित होती है। दीवार-दरवाजों में टूट-फूट नहीं थी। शहर में 32 शौचालय ऐसे हैं, जो 24 घंटे खुले रहते हैं और बाकी सभी सुबह 4 से रात 10 बजे तक खुले रहते हैं। इनमें से भी टीम ने कुछ देखे थे, जिसमें देहरादून शहर सभी बिंदुओं पर खरा उतरा है।
नगर आयुक्त की मेहनत रंग लाई
नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने स्वच्छता को लेकर काफी काम किया है। उनके कार्यकाल में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन शुरू किया गया। साथ ही रात में कूड़ा उठान भी शुरू हुआ। जिसके चलते इस बार देहरादून की स्वच्छ सर्वेक्षण में रैंकिंग सुधारने की पूरी उम्मीद है।
देहरादून प्रदेश में सबसे पहले ओडीएफ डबल प्लस होने की काफी खुशी है। इससे स्वच्छता में देहरादून की रैंकिंग काफी सुधरेगी। आगे और प्रभावी तरीके से काम करने के लिए सभी का आत्म विश्वास बढ़ा है और हम स्वच्छता में और बेहतर करेंगे।
-विनय शंकर पांडेय, नगर आयुक्त