पूर्णता पॉलीथिन बन्दी का फैसला,दून के व्यापारियों में चिन्ता व कई सवाल।

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मेयर से मुलाकात करते हुए दून उद्योग व्यापार मंडल के प्रतिनिधि

देहरादून राजधानी के व्यापारियों में पूर्णता पॉलीथिन प्रतिबंध व उसके कुछ प्रावधानों को लेकर चिंतित नजर आ रहे है। हालांकि
दून उद्योग व्यापार मण्डल ने ये भी साफ किया है कि वो भी प्रकार से प्लास्टिक के उपयोग के पक्षधर नही है।  कुछ बिंदु पर  के बाजार के व्यापारी वर्ग के मन में अधिसूचना के लागू होने तथा उसके अनुसार होने वाली कार्यवाही व अन्य फैल रही भ्रान्तियौं पर चिन्ता जाहिर करता है और उसका निराकरण भी चाहता है।  


दून उद्योग मण्डल के अध्यक्ष  विपिन नागलिया व कार्यकारी अध्यक्ष श्सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल के नेतृत्व में एक बडा प्रतिनिधि मण्डल देहरादून के महापौर व निगम के अधिकारियों से उक्त अधिसूचना के कई बिन्दूओं पर चर्चा करने के लिए निगम कार्यालय पर पहूँचा। चर्चा के दौरान सभी व्यापारियों ने अपनी-अपनी बात रखते हुए कहा कि गत चार पाँच गिनों से देहरादून के मुख्य बाजारौं में नगर निगम के कर्मचारी आकर के सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन होने की मौखिक रूप से सूचना देने व नोटिस देने की बात करने से हर व्यापारी चिन्तित है व परेशान हो रहा है। और जब नगर निगम के कर्मचारियों से इसकी पुरी जानकारी मांगी जा रही है तो इस पर उनको कोई ज्यादा जानकारी नहीं है ऐसा उनका कहना है।  
दून उद्योग व्यापार मण्डल के अध्यक्ष  विपिन नागलिया  ने  इस पर विशेष चिन्ता जाहिर करते हुए कहा कि इस प्रकार की अधिसूचना से हर व्यापारी दुकानदार रा परेशान होना वाजिब है चूंकि एक दम सराकार व शासन की स्वयं की कोई भी तैयारी नहीं है और अचानक से यह कह देना कि सिंगल यूज प्लास्टिक पुर्ण: बंद हो गया है और प्रयोग करने पर चालान भी कटेगा यह अपने आप में स्तब्ध कर देने वाली बात है। चूंकि आज हर वो छोटी चीज पन्नी में पेक होकर आ रही है जिसकी ऐसी कोई दूसरी वस्तु की तैयारी अभी तक सरकार या शासन के पास नहीं है। 
दून उद्योग व्यापार मण्डल के कार्यकारी अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ उमेशअग्रवाल ने  कहा है कि पिछली बार जो प्लास्टिक पर प्रतिबंध की बात आई थी वह कैरी बैग हैंडल व बिना हैंडल को लेकर बोली गई थी। हम यह समझना चाहते हैं कि अगर पन्नी पर कोई पैंकिंग  नहीं होगी तो उसकी दूसरी तैयारी सरकार व शासन के पास क्या है। क्या ऐसी कोई व्यवस्था इस अधिसूचना पर बताई गई है जिसको लेकर व्यापारी अपनी तैयारी करे। और अगर नहीं तो केवल और केवल व्यापारियों का उत्पीडन तरना उन्हैं बेवजह डराना यह कतई बर्दाश्त नहीं। उन्हौंने कहा कि अगर बिन तैयारी के इस तरह की पैंकिग पन्नियौं पर प्रतिबंध की बात आएगी तो ना जाने कितने व्यापार बंद होने के कागार पर खडे हौंगे। अंत में उन्हौंने कहा कि पहले सरकार कोई अस्थाई व्यवस्था लाए तब जाकर प्रतिबंध व नोटिस देने की बात कहै। 
दून उद्योग व्यापार मण्डल के महासचिव सुनील मैंसोन ने कहा कि जहां तक हमीरी जानकारी है शासन में कैरी बैग के प्रतिबंध की बात कही है नाकि पैकिजिंग मैटिरियल की। 
दून उद्योग व्यापार मण्डल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष  श्रीडी0डी अरोडा  ने कहा कि हाई कोर्ट के निर्णय व शासन के निर्णय को वो अधिकारी जो दूकानौं पर जाकर नोटिस दिये जाने की धमकी व चालान काटने की बात कर है हैं वे दौनों आदेशौं को गंभीरता से पढें चूंकि दौनौं आदेशौं के हिसाब से जिन पन्नियौं में समान पैक हो रहा है उस पर कहीं भी प्रतिबंध की बात नहीं कही गई है। 
इस दौरान  रोशनलाल, श्री कुलभूषण अग्रवाल जी, श्री बृजला बंशल जी, जी, श्री संजीव अग्रवाल जी, श्री मनीष बंशल जी श्री नवनीत सेठी जी श्री राजेश बडोनी जी अनिल माटा जी,मीत अग्रवाल जी, भारत भूषण जी, बालेश गुप्ता जी, अरविन्द कुमार जी,प्रेम भाटिया जी,अनुपम गुलाटी जी, आदि उपस्थित थे।