मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को राज्य सचिवालय में प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक होगी। बैठक में पहली से पांचवी कक्षा तक स्कूल खोले जाने को लेकर प्रस्ताव आ सकता है। इसके अलावा महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की महालक्ष्मी योजना के प्रस्ताव पर भी कैबिनेट की मुहर लग सकती है। इसके अलावा प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर भी कैबिनेट मंथन करेगी और कुछ निर्णय ले सकती है। बैठक शाम पांच बजे होगी।
छोटे बच्चों को स्कूल भेजने के आदेश से अभिभावक नाखुश
राज्य सरकार ने 5वीं तक के प्राइमरी तक के बच्चों के लिए भी 15 अप्रैल से कक्षाएं संचालित करने का निर्णय लिया है। बढ़ते कोरोना मामलों के बीच सरकार का यह फैसला अभिभावकों के गले नहीं उतर रहा है। अभिभावकों का कहना है कि कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजना किसी खतरे से खाली नहीं है। क्योंकि, स्कूल भी अभिभावकों को खुद के रिस्क पर स्कूल भेजने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि फिलहाल छोटे बच्चों के लिए स्कूल खोलने के निर्णय पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए और स्कूलों को पहले की तरह ऑनलाइन क्लास से बच्चों को पढ़ाने के निर्देश दे।
कोरोना के मामले में तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजना किसी खतरे से कम नहीं है। सरकार को चाहिए कि स्थिति सामान्य होने तक बच्चों को स्कूल भेजने के निर्णय पर पुनर्विचार करे। पहले की तरह ऑनलाइन क्लास के माध्यम से पढ़ाई शुरू करवाई जाए।