गुमशुदगी, आत्महत्या या हत्या? सामने आए हर सवाल का हरिद्वार पुलिस ने दिया जवाब
कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल की क्लोज मॉनिटरिंग से हुआ पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश़
आसफनगर झाल पर फंसा मिला था अज्ञात युवती का शव, थाना प्रभारियों के तालमेल से हुई थी शिनाख्त
शिनाख्त किए गए शव (युवती) के संबंध में कोतवाली रानीपुर में दर्ज था अपहरण का मुकदमा
नाबालिग लड़की से जुड़ा गंभीर प्रकृति का मामला होने के चलते एसएसपी ने बनाई थीं अलग-अलग पुलिस टीमें
प्रेम प्रसंग के चलते घरवालों से दूर प्रेमी संग भाग जाने की चाहत बनी जानलेवा
मुकदमें में नामजद था कोई और, पुलिस की गहरी पड़ताल में कातिल निकला कोई और
कथित प्रेमी ने पीछा छुड़ाने के लिए नाबालिक प्रेमिका की कर दी हत्या, गला घोंटकर दिया वारदात को अंजाम
शव को कट्टे में पैक कर चैकिंग से बचने के लिए की थी रेड़े की सवारी, गंगनहर के हवाले किया था कट्टा
ठोस नेतृत्व व साफ सुथरी विवेचना पर जनता कर रही हरिद्वार पुलिस की प्रशंसा
प्रकरण नाबालिग़ बच्ची की हत्या से जुडा होने के चलते बेहद गंभीर था, टीम ने बेकसूर को बचाते हुए हत्यारे को जेल भेजा, पूरी टीम को बधाई – एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल
दिनांक 31.01.2024 को सलेमपुर महदूद रानीपुर निवासी व्यक्ति द्वारा दिए गए प्रार्थनापत्र के आधार पर सहारनपुर उ0प्र0 निवासी युवक के खिलाफ शिकायतकर्ता की 15 वर्षीय नाबालिग बेटी भगा ले जाने के सम्बन्ध में मु0अ0सं0 33/24 धारा 363 भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया था।
महिला संबंधी अपराधों के प्रति बेहद गंभीर एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल द्वारा विशेष टीमें गठित कर जल्द से जल्द नाबालिग की तलाश करने हेतु सम्बन्धित को निर्देश दिए साथ ही एसपी सिटी से समय-समय पर पूरे मामले की जानकारी लेते रहे।
मामले की पड़ताल में जुटी टीमों से इसी बीच दिनांक 12.02.2024 को कोतवाली मंगलौर पुलिस द्वारा सम्पर्क स्थापित कर जानकारी दी गई कि आसफनगर झाल पर एक अज्ञात युवती का शव बरामद हुआ है। उक्त शव की तस्दीक परिजनों द्वारा गुमशुदा नाबालिक के रूप में करने से प्रकरण ने नई करवट ली।
तमाम खोजबीन और पड़ताल के बाद भी नामजद युवक की प्रकरण में किसी भी प्रकार की संदेहास्पद संलिप्तता न मिलने पर एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा पुनः हस्तक्षेप व जरूरी टिप्स देते हुए टीम को अहम सुझाव दिये जिसपर विवेचना की अन्य संभावित दशा और दिशा पर काम करते हुए मालूमात की गई तो प्रकरण में एक नया लेकिन संदिग्ध चेहरा सामने आया।
उक्त संदिग्ध शख्सियत अजीम से अभी तक बरामद जानकारी एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर तल्लीनता से पूछताछ की गई तो शुरु से ही गुमराह करने की कोशिश कर रहा अजीम पुलिस के अकाट्य सबूतों के सामने टूट गया और उसने कथित नाबालिक से साथ किए गए वहशियाना कारनामें के सारे पन्ने एक-एक कर खोल दिए।
पूछताछ में जानकारी मिली-
अजीम की नाबालिक मृतका के साथ अक्सर मोबाइल पर बातें होती रहती थी जो धीरे-धीरे लव अफेयर में तब्दील हो गई। इस रिश्ते को एक वाजिब नाम देने के लिए मृतका द्वारा निकाह का लगातार दबाव बनाया जा रहा था। इस दबाव को दूर करने के लिए अपने दिमाग में खुराफाती ताना-बाना तैयार कर अजीम ने दिनांक 27/28.01.2024 की रात मृतका को घर से कहीं दूर चलने के लिए बुलाया और मौका देखकर मृतका का धोखे से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद कातिल ने लाश को कट्टे में रखा और झौट्टा-बुग्गी में ले जाकर रैग्यूलेटर पुल से आगे गंगा नदी में फेंक दिया।
पुलिस टीम द्वारा हत्यारोपी अजीम उपरोक्त को नियमानुसार हिरासत में लेकर उसकी निशांदेही पर मृतका का मोबाइल फोन व अन्य सामान भी बरामद किया गया। दर्ज मुकदमें में धारा 302, 201 भादवि संलग्न कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
कोतवाली रानीपुर पुलिस की इस शानदार सफलता पर स्थानीय जनता द्वारा पूरे हरिद्वार पुलिस की कार्यशाली की प्रशंसा की गई।
पकड़े गए हत्यारोपी का विवरण-
अजीम पुत्र जमशेद नि0 ग्राम सलेमपुर थाना रानीपुर हरिद्वार
पुलिस टीम-
1- प्रभारी निरीक्षक रानीपुर विजय सिंह,
2- व0उ0नि0 नितिन चौहान
3- उ0नि0 मनोज नौटियाल
4- म0उ0नि0 प्रियंका इजराल
5- का0 अजय