साइबर ठगों पर चमोली पुलिस की कार्यवाही लगातार जारी, फर्जी गूगल पे कस्टमर केयर अधिकारी बनकर साइबर ठगी करने वाले शातिर अंतर्राज्यीय साइबर ठग को इंदौर (मध्यप्रदेश) से किया गिरफ्तार ।
इंटरनेट पर अपलोडेड कस्टमर केयर के अधिकांश नंबर फर्जी हैं, इसका संचालन साइबर अपराधी कर रहे हैं। इससे सावधान रहने की आवश्यकता है। यदि आप इन नंबरों पर कॉल करते हैं तो संभव है कि आप ठगी का शिकार हो जाएं। इसके पहले साइबर ठग जितनी भी ठगी की घटना को अंजाम देते थे, ग्राहकों को विश्वास में लेकर पिन नंबर या ओटीपी की मांग करते थे। ऐसे में साइबर ठग नए-नए तरीके अपना रहे हैं। इसी क्रम में दिनांक 21/07/2021 को
हीरा आर्य पत्नी यशपाल सिंह, निवासी मेहलचौरी गैरसैण चमोली* द्वारा थाना गैरसैण पर तहरीर की मेरा उत्तराखण्ड़ ग्रामीण बैक में खाता है।
दिनांक 01.06.2020 को मुझे तीन विभिन्न नम्बरों से अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन आया, फोन पर की गयी वार्ता के बाद मेरे उपरोक्त ग्रामीण बैंक के खाते से ₹ 100000 (एक लाख रूपये) गूगल पे के द्वारा फर्जी तरीके से धोखाधड़ी कर निकाल लिये गये थे। जिसके सम्बन्ध में बैक को भी अवगत कराया गया है। महिला से पूछताछ पर बताया कि मेरे द्धारा किसी परिचित को गूगल पे के माध्यम से पैसे भेजे गये लेकिन ट्रांजेक्शन फेल होने के उपरांत मेरे द्धारा गूगल के माध्यम से गूगल पे कस्टमर केयर नंबर सर्च किया गया । सर्च के बाद फर्जी कस्टमर नंबर पर कॉल करने के बाद मेरे द्धारा उक्त को अपना ओटीपी व पिन बताया गया। जिसके बाद मेरे खाते से 1,00000 रुपये की धोखाधड़ी की गयी। शिकायत के आधार पर थाना गैरसैण पर मु0अ0सं0 21/2021 धारा 420 भादवि पंजीकृत किया गया।
अपराध की गम्भीरता देखते हुए श्वेता चौबे पुलिस अधीक्षक चमोली द्धारा अभियोग के शीघ्र अनावरण व अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एक संयुक्त टीम गठित की गयी। गठित टीम द्धारा धोखाधड़ी में प्रयुक्त Paytm खाता संख्या 7678467888, मोबाइल नम्बर 9540711848 व CDR सर्विलांस सैल व आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर अभियुक्त की लोकेशन के सम्बन्ध में जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि अभियुक्त इंदौर मध्यप्रदेश में छुपे हुए है। जिस पर अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु तत्काल गठित पुलिस टीम को मध्यप्रदेश रवाना किया गया। मोबाइल नंबर की डिटेल्स के आधार पर प्राप्त लोकेशन पर उक्त व्यक्ति का होना नही पाया गया।सर्विलांस शाखा के आधार पर प्राप्त लोकेशन पर व सुरागरसी-पतारसी के उक्त व्यक्ति द्धारा वर्तमान में Genious Consultants Limited इन्दौर में कार्य करना ज्ञात हुआ। उक्त व्यक्ति को कंपनी के माध्यम से थाना लसुड़िया इन्दौर लाया गया ,जहां उक्त से Paytm संख्या 7678467888 के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी तो बताया गया कि उक्त नंबर मेरे पिताजी का है तथा उक्त नंबर के जरिए मैने अपना Paytm खाता खुलवाया है। उक्त खाते के बारे में पूछने पर कोई स्पष्ठ उत्तर नही दे पाया जिसके बाद मु0अ0सं0 21/2021 वादी हीरा आर्य के खाते से एक लाख रुपये स्वंय के पेटीएम खाते में की गयी ट्रांजेक्शन डिटेल्स दिखायी गयी तो यह कोई भी जानकारी स्पष्ट रुप से नही दे सका। उक्त व्यक्ति के पास से दो मोबाइल फोन Tecno spark 6 Air तथा Vivo 1610 प्राप्त हुए । दोनो फोनों में प्रयुक्त पेटीएम व अन्य बैंकिग एप्प के बारे में पूछा गया तो इसके द्धारा स्वंय के Tecno spark में दो पेटीएम खाते व इसी फोन में में गूगल पे व फोन पे के जरिए wallet create किया गया है। दूसरे VIVO फोन में पेटीएम खाता संख्या -7678467888 खोला गया जिसकी मुकदमा उपरोक्त में संलिप्तता हुयी है। उक्त व्यक्ति को पेटीएम खाता खोलने अन्य UPI wallet create करनें की अच्छी जानकारी है।धोखाधड़ी में प्रयुक्त पेटीएम की स्पष्ट जानकारी ना देने पर उक्त अभियुक्त श्याम शर्मा पुत्र दिनेश शर्मा उम्र-25 वर्ष निवासी ग्राम महाजन तहसील बीकानेर राजस्थान को दिनांक 17/03/2022 को इन्दौर से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त को स्थानीय न्यायालय से ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त कर उत्तराखण्ड लाया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आया है कि गूगल पे ट्रांजेक्शन फेल होने के बाद जब महिला द्वारा कस्टमर केयर नंबर सर्च किया गया तो कस्टमर केयर अधिकारी की जगह उन्होंने गूगल पर अपना नम्बर डाला था, जिसके बाद महिला द्धारा उन्हें कस्टमर केयर अधिकारी समझ के अपना ओटीपी व पिन साझा किया गया ।
पुलिस अधीक्षक द्धारा जनता से अपील की है कि कृपया गूगल या अन्य किसी सर्च इंजन पर किसी कम्पनी / बैंक का कस्टमर केयर नम्बर न ढूंढें । कस्टमर केयर का नम्बर सम्बन्धित कम्पनी / बैंक की अधिकारिक वेबसाईट से ही देखें ।