कप्तान द्वारा अपराध समीक्षा
नए साल में नई उर्जा के साथ अपराधों/अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस कप्तान की कवायद
हत्या, लूट, वाहन चोरी और नकबजनी के मामलों के जल्द खुलासे के लिए दिए निर्देश
शिकायती प्रार्थनापत्रों के समयबद्ध निपटारे हेतु मातहतों को कड़ी नसीहत
वाहन चोरी एवं बलवे के प्रकरणों में लापरवाही बरतने पर थाना प्रभारियों को खरी-खरी
क्षुद्र अपराधों और विद्युत अधिनियम के मुकदमों का जल्द किया जाए निस्तारण
गंभीर अपराधों को वर्कआउट करने के साथ-साथ वाहन चोरियों पर भी फोकस करने को कहा गया हैं- एसएसपी हरिद्वार
एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा आज जनपद के सभी राजपत्रित अधिकारियों एवं कोतवाली/थाना प्रभारियों के साथ पुलिस कार्यालय में गोष्टी आयोजित कर हत्या, लूट, चोरी/नकबजनी के मामलों में जल्द से जल्द रिकवरी, शिकायती प्रार्थनापत्रों के शीघ्र निस्तारण आदि के सम्बन्ध में कड़े निर्देश देते हुए लम्बित प्रकरणों एवं वारण्टी/वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी में लापरवाही बरतने पर सन्बन्धित के पेंच कसे गए।
गोष्ठी के दौरान एसपी क्राइम/ ट्रैफिक अजय कुंभार गणपति, आईपीएस जितेंद्र मेहरा, एसपी सिटी स्वतन्त्र कुमार सिंह, एसपी रूरल स्वप्न किशोर सिंह, एएसपी संचार विपिन कुमार, एएसपी/ सीओ लक्सर मनोज कुमार, सीओ शांतनु पराशर, सीओ आप्स शांतनु पाराशर, सीओ सिटी जूही मनराल, सीओ रुड़की पल्लवी त्यागी, सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल, सीओ सदर स्वप्निल मुयाल, सीओ ट्रैफिक राकेश रावत, जनपद के समस्त प्रभारी निरीक्षक/ थानाध्यक्ष उपस्थित रहे।
इस दौरान श्री डोबाल द्वारा मातहत ऑफिसर्स को निम्नलिखित दिशा-निर्देश दिए-
1- हत्या के जो प्रकरण लम्बित हैं उनका जल्द खुलासा किया जाए।
2- सभी थाना प्रभारी ऐसे स्थानों को चिन्हित करें जहां पर वाहन चोरी की घटनाएं ज्यादा होती हैं।
3- वाहन चोरी में सम्बन्धित थाने अपने स्तर से रिकवरी और सक्रिय गैंगों के खुलासे पर फोकस करें।
4- बल्वे से सम्बन्धित मुकदमों में सही तरीके से काम नही हो पा रहा है। चिन्हित लोगों की भूमिका की सही से जांच कर जल्द गिरफ्तार की कार्यवाही करें।
5- विवाद या झगड़े के मसलों में 107/116 के तहत कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। बाऊन डाउन कराना जरूरी है।
6- गृहभेदन के मामलों में कुछ थानों का परफॉर्मेंस बहुत खराब है। जल्द रिजल्ट दें अन्यथा कार्यवाही के लिए तैयार रहें।
7- सीआईयू हत्या, लूट, डकैती जैसे बड़े मामलों को देखने के लिए है। छोटे प्रकरण थाने अपने स्तर से सुलझाएं।
8- लॉ एण्ड ऑर्डर से सम्बन्धित प्रकरणों में किसी भी प्रकार से समझोता नही किया जाएगा। जो न्यायसंगत है वो कार्यवाही हो।
9- हाई कोर्ट से अगर कोई कागज आ रहा है तो प्रत्येक थानाध्यक्ष मैटर को खुद देखें। बिना उनके संज्ञान में आए कोई लैटर आगे हाई कोर्ट नहीं जाना चाहिए।
10- अस्लाह वाली वीडियो वायरल होती है तो तत्काल मुकदमा दर्ज कर आरोपी को हथियार सहित गिरफ्तार किया जाए।
11- न्यायालय से जारी वारंटों को गंभीरता से लेकर सम्बन्धित की गिरफ्तारी की जाए।
12- किराएदार एवं फैक्ट्री मजदूरों के सत्यापन की कार्यवाही लगातार चलाते रहें। इससे आपराधिक तत्वों में पकड़े जाने का भय रहता है।
13- गैंगस्टर एक्ट और गुंड़ा के तहत जो कार्यवाही हो रही है उस पर सभी नजर बनाकर रखें। कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी है।
14- विद्युत अधिनियम एवं छोटे अपराधों से सम्बन्धित मुकदमों का जल्द निस्तारण किया जाए।