देहरादून कोविड महामारी काल मे अगर आप आरटीपीसीआर जांच कराने के लिए किसी लिंक या ऑनलाइन किसी को घर बुला रहे है तो सतर्क हो जाये ऐसा करना आपको भारी पड़ सकता है।शपेशल टास्क फोर्स द्वारा काला बाजारी एवं कोरोना काल मे लोगो की मजबूरी का फायदा उठाने वाला एक और अभियुक्त गिरफ्तार, RT-PCR होम कलैक्शन के नाम पर करता था ठगी
श्रीमती निशा जोशी निवासी गढ़वाली कालोनी, रायपुर देहरादून द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर सूचना दी गयी कि उनके द्वारा अपने रिश्तेदारो का covid-19 परीक्षण कराने के उद्देश्य से सैम्पल घर से ही प्राप्त करने हेतु अनुज गुप्ता नामक व्यक्ति से सम्पर्क किया गया, जिसने स्वयं को झाझरा स्थित पैथोलॉजी लैब का कर्मचारी बताते हुये प्रति सैम्पल 1200/- रुपये शुल्क लेने की बात कही गयी तथा रिपोर्ट 04 दिन में उपलब्ध कराना बताया गया । शिकायतकर्ता द्वारा उक्त को प्रति सैम्पल 1200/- रुपये की दर से भुगतान किया गया। इसके उपरान्त शिकायतकर्ता द्वारा झाझरा स्थित पैथोलॉजी लैब से सम्पर्क किया गया तो उनके द्वारा अनुज गुप्ता नामक व्यक्ति को न पहचानना तथा सैम्पल रजिस्ट्रेशन नम्बर गलत होना बताया गया । इसके बाद दिनांक 02-05-20 को अनुज गुप्ता द्वारा शिकायतकर्ता को covid-19 परीक्षण रिपोर्ट प्रेषित की गयी जिसमे सैम्पल दिनांक एवं अन्य काफी त्रुटिया दर्शित हो रही थी । इस शिकायत को साईबर थाने में दर्ज कराया गया जिसमें जाँच उपरान्त यह पाया गया कि अभियुक्त द्वारा छः सैम्पल के लिए 7200/- रुपये वादिनी से ऑनलाईन लिये गये। परन्तु सरकारी रेट के अनुसार कुल 3000/- रुपये का भुगतान बनता था। इससे साफ प्रतीत होता है कि अभियुक्त द्वारा प्रतिदिन ऐसे जरुरतमन्द लोगो से अवैध रेट पर ठगी की जाती है। साथ में यह सैम्पल रुडकी में स्थित प्रिफर्ड लैब में भेजा गया जहाँ इसकी पुष्टि हुयी कि प्रार्थी द्वारा अवैध लाभ सैम्पल होम कलैक्शन के नाम पर किया जा रहा है। उक्त प्रार्थना पत्र पर साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर अनुज गुप्ता के विरुद्ध फर्जी लैब कर्मचारी बनकर covid-19 परीक्षण हेतु सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक धनराशि लेने के सम्बन्ध में धारा 188, 420 भादवि, 66(C), 66(D) आईटी एक्ट व , धारा 02, 03 माहमारी अधिनियम का अभियोग पंजीकृत किया गया है।
अपराध का तरीकाः-
अभियुक्त स्वयं को विभिन्न पैथोलॉजी लैब का कर्मचारी बताते हुये कोविड परीक्षण कराने वाले जरुरतमंदो से सम्पर्क करता था तथा Home Sample collection के नाम पर प्रति सैम्पल 1200/- रुपये लेता था, इसके उपरान्त अभियुक्त अलग-अलग पैथोलॉजी लैब मे 500/- रुपये मे परीक्षण कराकर प्रति सैम्पल 700/- रुपये मुनाफा कमाता था । अभियुक्त को हिरासत में लेकर पुलिस द्वारा पूछताछ की गयी तो उसके द्वारा बताया गया कि वह जरुरतमंदो का कोविड परीक्षण हेतु सैम्पल घर से प्राप्त करता था तथा प्रति सैम्पल 1200/- रुपये लेता है । इसके उपरान्त विभिन्न लैबो मे जाकर 500/- रुपये में उनका परीक्षण कराता था जिससे उसे प्रति सैम्पल 700/- रुपये का मुनाफा होता था । अभियुक्त के सम्बन्ध मे गोपनीय जांच की गया तो ज्ञात हुआ कि अभियुक्त किसी भी पैथोलॉजी लैब का कर्मचारी नही है, साथ ही सम्बन्धित पैथोलॉजी लैब से बिलो के सम्बन्ध में जानकारी की गयी तो वो मात्र 500/- रुपये के होने पाये गये ।
अपराधी का विवरण
अनुज कुमार गुप्ता निवासी अपर नेहरु ग्राम, रायपुर देहरादून। उम्र- 36 वर्ष