देहरादून सचिवालय में अनुभाग अधिकारियों से लेकर कंप्यूटर समीक्षक तक के हुये अभी तक के सबसे बडे तबादलों से सचिवालय कर्मी खफा हो गये है। सचिवालय कर्मियो ने इस फैसले को पूरी तरह से गलत व एक मामले में हुई भूल पर निर्णय लिया जाना माना है।
सचिवालय में आज हुई बैठक में सचिवालय में कार्यरत समीक्षा अधिकारियों/अनुभाग अधिकारियों को पत्रावलियों के लेट लतीफी के बाबत आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया गया। लोकनिर्माण विभाग में हुए पूरे बदलाव पर कर्मचारियो ने नाराजगी जताते हुये कहा है कि लोक निर्माण विभाग में मात्र 02 समीक्षा अधिकारियों एवं एक अनुभाग अधिकारी के द्वारा इस दौरान 400 कोर्ट केशो का निस्तारण, 1000 से अधिक चिकित्सा प्रतिपूर्ति से सम्बन्धित दावों का निस्तारण,250 से अधिक जाँचों का निस्पादन,लगभग 200 से अधिक पदोन्नति की कार्यवाही 600-700 से अधिक सूचना के अधिकार /वी0आई0पी0/जे0ए0 संदर्भ /विधान सभा प्रश्न/आश्वासन आदि का निस्तारण अनुभाग द्वारा किया गया । केवल एक पत्रावली जो मानवीय भूल के कारण लम्बित तथा जो जानबुझकर न करते हुए संज्ञान में आने के उपरान्त अनुभाग द्वारा ही कार्यवाही हेतु आगे उच्चाधिकारियों को प्रेषित की गई के आधार पर समस्त सचिवालय के अनुभाग अधिकारियों / समीक्षा अधिकारियों पर प्रश्न चिन्ह उठाये जाने को गलत ठहराया गया है। साथ ही इस बात पर भी रोष प्रकट किया गया कि भविष्य में पत्रावलियों में जो वार्ता सम्पादित की जाय वह वार्ता का क्रम उसी टेबल पर एक टाईम टेबल के आधार पर सम्पादित हो। बैठक में संघ द्वारा कई प्रस्ताव पारित किये गये जिसमें दिनांक 18.08.2020 को ओपन हाऊस बैठक में चर्चा की जायेगी इस सम्बन्ध में संघ के पूर्व पदाधिकारियों /घटक संघों का परामर्श प्राप्त किये जाने हेतु संघ के अध्यक्ष / महासचिवों से सुझाव प्राप्त किये जायेगे तथा प्राप्त सुझावों के आधार पर मा0 मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन प्रस्तुत किया जायेगा,तथा आगामी रणनीति तैयार की जायेगी।बैठक में श्री बच्ची सिंह बिष्ट, संदीप कुमार. संयुक्त सचिव, नरेन्द्र प्रसाद भट्ट कोषाध्यक्ष, चन्दन सिंह बिष्ट प्रचार सचिव, निर्मल कुमार, लालमणी जोशी, श्रीमती रीता
कौल, श्रीमती कमलेश जोशी, नवल किशोर ओझा, राजीव नयम् फण्डे, जोगेन्द्र सिंह तुलसी प्रसाद पंचोली सदस्य कार्यकारिणी द्वारा प्रतिभाग किया गया