देहरादून बेरोजगार संघ का एकता विहार धरना स्थल देहरादून में सत्याग्रह जारी है
बेरोजगारों ने आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए नई रणनीतियों पर विचार विमर्श किया और जमकर सरकार और आयोग के खिलाफ नारेबाजी की। उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो आयोग ईमानदारी का दावा करता है। आज वही आयोग बिना नाम बिना पिता के नाम और बिना परीक्षा अंकों के परीक्षा परिणाम घोषित कर रहे हैं। जिससे की यह तय हो गया है कि हाल ही में जारी हुए परीक्षा परिणाम में भी गड़बड़ियों की सूचना मिली है, जिससे पुलिस विभाग के बड़े अधिकारियों की संलिप्तता भी हो सकती है। इसलिए जिस दिन उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष सहित अन्य 12 लोगों को जेल की यात्रा करवाई गई उसी दिन आधा अधूरा परीक्षा परिणाम घोषित किया गया जिसमे उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार 1500 पदों के सापेक्ष 2293 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया। जो कि केवल और केवल मैरिट को गिराने का नया फार्मूला निकाला गया।*
*उत्तराखंड बेरोजगार संघ तमाम उन भर्तियों की माननीय उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई जांच चाहता है जिन भर्तियों पर गड़बड़ियों के आरोप लगे हैं। इस दौरान अध्यक्ष बॉबी पंवार, सचिन खन्ना, सुशील कैन्तुरा, भरत रावत ( पूर्व सैनिक ), सत्यप्रकाश, ( पूर्व सैनिक ) हिमांशु, पंकज, राम गौड़, अमन चौहान, मुकेश, सुरेश सिंह रमेश, आलोक, आदि लोग उपस्थित थे।*