राज्य में कोविड के बढते मरीजों के साथ ही शासन की भी चिंता बढ गई है। लिहाजा सीमित व्य़वस्था के बीच होम आईसोलेशन में लोगो के लिये कुछ और राहत प्रदान की गई है। इस आदेशों की मानें तो एंबुलेंस की कमी या समय पर न पंहुचना भी एक समस्या अब बन रहा है। सचिव स्वास्थ्य अमित सिंह नेगी ने बताया है कि कुलपति एवं प्राचार्य उत्तराखण्ड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय देहरादून की संस्तुति/परामर्श के कम में 10 साल से छोटे बच्चे तथा वरिष्ठ नागरिकों के होम क्वारंटाइन के सम्बन्ध में निम्नलिखित प्राविधान किये जाने का निर्णय लिया गया है
1. दस साल से छोटे बच्चे तथा वरिष्ठ नागरिक (60 साल से अधिक) जो कोई अन्य बिमारी से ग्रसित नहीं हैं, को भी होम क्वारंटाइन करने की अनुमति दी जा सकती है। 2. उक्त रोगियों/अभिभावकों के पास निजी वाहन की सुविधा होना अनिवार्य है ताकि मरीज की हालत बिगड़ने की स्थिति में नजदीकी कोविड चिकित्सालय ले जाया जा सके।