देहरादून: सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था सुधारने को लेकर आरटीओ कार्यालय में हुई अहम बैठक, दिए 10 दिन के सख्त निर्देश
देहरादून | संवाददाता
देहरादून जनपद में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को अधिक सरल, सुदृढ़ और व्यवस्थित बनाने के उद्देश्य से सोमवार को संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) श्री संदीप सैनी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक देहरादून आरटीओ कार्यालय में हुई, जिसमें नगर बस सेवा डोईवाला मार्ग, विक्रम जनकल्याण सेवा समिति, और मंजली वाहन (मालदेवता मार्ग) से जुड़े वाहन संचालकों और संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
दर्जनों शिकायतों के बाद हुई सख्ती की शुरुआत
बैठक की शुरुआत करते हुए श्री सैनी ने सभी उपस्थित प्रतिनिधियों को यह अवगत कराया कि हाल ही में विभागीय कर्मियों द्वारा सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग किया गया, जिसमें वाहनों की स्थिति बेहद खराब, ओवरलोडिंग, महिलाओं के लिए सीट आरक्षित ना होना, और चालकों के दुर्व्यवहार जैसे गंभीर मुद्दे सामने आए।
10 दिन की चेतावनी, फिर होगी कड़ी कार्रवाई
आरटीओ संदीप सैनी ने सभी संगठनों को निर्देशित किया कि:
10 दिनों के भीतर अपने सभी वाहनों की यात्रिंक एवं भौतिक स्थिति को दुरुस्त करें।
किसी भी हालत में स्वीकृत क्षमता से अधिक सवारी न बिठाई जाए।
सभी वाहनों में महिलाओं के लिए अलग सीट की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए।
चालक वर्ग को शालीन व्यवहार हेतु प्रशिक्षित किया जाए।
10 दिन बाद होगी चेकिंग, गड़बड़ी पर रजिस्ट्रेशन रद्द
आरटीओ ने यह भी स्पष्ट किया कि 10 दिन बाद एआरटीओ और तकनीकी निरीक्षण टीम द्वारा वाहन चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। यदि किसी वाहन की स्थिति खराब पाई जाती है या दिशा-निर्देशों का पालन नहीं हुआ, तो तत्काल उसका फिटनेस सर्टिफिकेट रद्द कर दिया जाएगा।
निरंतर निगरानी होगी लागू
आने वाले समय में आरटीओ कार्यालय के कार्मिक निरंतर सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करेंगे, ताकि सड़क पर वाहन संचालन की वास्तविक स्थिति का निरीक्षण किया जा सके। इसमें ओवरलोडिंग, महिला सीट की अनुपलब्धता, चालकों का व्यवहार आदि प्रमुख बिंदु होंगे, जिन पर निगरानी रखी जाएगी। नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर कड़ी प्रवर्तन कार्यवाही की जाएगी।
यह पहल देहरादून की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में एक बड़े सुधार की दिशा में मानी जा रही है, जहां आम जनमानस को अधिक सुरक्षित, सम्मानजनक और व्यवस्थित सफर की उम्मीद है।