मुख्यमंत्री से मिलने वालों का सघन सत्यापन किया जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में शामिल होने वाले और कवरेज पर जाने वाले मीडियाकर्मियों की भी कई स्तरों पर चेकिंग की जाएगी।
राज्य में केवल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ही जेड प्लस सिक्योरिटी उपलब्ध है। उत्तर प्रदेश में हुए घटनाक्रम के बाद उत्तराखंड में भी पुलिस सतर्कता बरत रही है। इसी बीच रविवार को इंटेलीजेंस ने भी मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर एक अलर्ट प्रशासन और मुख्यमंत्री सुरक्षा विभाग को दिया था। इसमें मुख्यमंत्री के सुरक्षा घेरे को मजबूत करने की सिफारिश की गई थी।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने बताया कि वीवीआईपी कार्यक्रमों में एक्सेस कंट्रोल (सीमित प्रवेश) करने की जरूरत पर जोर दिया गया है। जेड प्लस सिक्योरिटी वाले वीवीआईपी के कार्यक्रमों में जाने वाले लोगों और कवरेज के लिए गए मीडियाकर्मियों की कई स्तर पर चेकिंग की जाएगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री से लोग मिलने जाते हैं उनका भी सत्यापन किया जाएगा। ताकि, उनसे कोई गलत व्यक्ति मिलने न जाने पाए। एडीजी ने बताया कि वीवीआईपी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए समय-समय पर ट्रेनिंग भी दी जाती है।